जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग पर भोला झाल के समीप चलती सैंट्रो कार में आग लग गई। कार में सवार चार लोग जिंदा जल गए। सभी के कंकाल सीट से चिपके हुए मिले। फोरेंसिंक जांच की भी गई। कार नंबर के आधार पर मृतकों की शिनाख्त हो गई हैं, मृतकों में मां बेटे एवं अन्य दो लोग है। हादसे की रोंगटे खड़ी करनी वाली तस्वीर सामने आई है। चारों की बॉडी जलकर कंकाल बनकर सिकुड गई। कार के नाम पर केवल बॉडी बची। कार का नंबर डीएल4 सीएपी 4792 है, जो दिल्ली के प्रह्लादपुर निवासी सोहनलाल के नाम पर रजिस्टर्ड है। सीएफओ संतोष राय ने बताया कि प्रथम दृष्टया सामने आया है कि कार की वायरिंग शार्ट होने से आग लगी है। जानकारी में सामने आया है कि सभी लोग गाजियाबाद से हरिद्वार जा रहे थे।
जानी थाना क्षेत्र में कांवड़ पटरी मार्ग पर रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे सैंट्रो कार में आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग का गोला बनी कार को चालक ने विपरीत दिशा में रोक दिया, लेकिन कार में सवार लोग बाहर नहीं निकल पाए और सभी की जलकर मौत हो गई। आगे की सीट पर बैठा युवक भी पीछे की सीट पर चला गया था। आगे की सीट पर सिर्फ चालक था। पिछली सीट पर तीन लोग बैठे थे, चारों के शव कंकाल बन चुके थे। मृतकों की पहचान गाजियाबाद के मानसरोवर पार्क लालकुंआ निवासी ड्राइवर ललित उम्र 20 साल, उनकी मां रजनी 40 साल के रूप में हुई, ये मूल रूप से बुलंदशहर के मोहम्मपुर कीरी के रहने वाले थे। दो अन्य मृतकों में नोएडा के धरमपुरा निवासी राधा आयु 29 साल और गाजियाबाद के तिबड़ा गांव निवासी कविता आयु 50 साल के रूप में हुई।
वायरिंग जलने से ही खिड़की लाक हुई है। सीएनजी किट होने के कारण चंद मिनट में कार आग का गोला बन गई और अंदर फंसे लोग बाहर नहीं निकल पाए। बाइक सवार कहां चला गया प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जिस समय कार में भीषण आग लगी थी उसी समय एक बाइक सवार वहां से गुजरा। उसने बाइक रोकी और कार का शीशा तोड़ने का प्रयास किया लेकिन वह भी कार सवारों को नहीं बचा पाया। कार से बाइक 50 गज की दूरी पर मिली है।
बाइक की टक्कर के बाद आग लगने का अनुमान
पुलिस मान रही है कि युवक भी आग में झुलसा होगा। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि कार और बाइक की टक्कर होने के बाद कार में आग लगी हो। खिड़की नहीं खुलने पर उसने भी पीछे की सीट पर ही दम तोड़ दिया। सीएफओ का कहना है कि मौके पर देखकर लग रहा है कि कार के अंदर धुंए से उनका दम घुट गया। उसके बाद वह निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।
