जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। कांवड़ियों के लिए पुलिस प्रशासन की कोई व्यवस्था नहीं हैं। यहां तक कि तिराहे, चौराहे या किसी भी मोड़ पर कोई पुलिस प्रशासन का नुमांइदा तक नहीं है जोकि कांवड़ियों को निकालने के लिए वाहनों को रुकवा दें। कांवड़िये शिव भरोसे ही चल रहे हैं। इस समय कांवड़िये 50, 100, 150 किलो जल लेकर गंतव्यों की ओर रवाना हो रहे हैं। लंबी दूरी और कंधों पर कुंतलों वजन लेकर पिछले 8—10 दिनों से हाईवे से गुजर रहे हैं।

सावन महीना शुरू होने पर अभी दो दिन शेष है, लेकिन कांवड़िये जल लेकर शिवालयों की ओर पिछले एक सप्ताह से चल रहे हैं। कांवड़िये हाईवे से गुजर रहे हैं। पहले तो कांवड़िये एक या दो निकल रहे थे, लेकिन अब तो जत्थों के साथ चल रहे हैं। हाईवे पर कांवड़ियों की पूरी पंगत नजर आ रही हैं। अधिकांश कांवड़िये क्विंटल वजन लेकर अपने शिवालयों की ओर जा रहे हैं। इन शिवभक्तों के लिए हरिद्वार से कांवड़ पटरी पर चलाया जाता है, लेकिन अभी तक कांवड़ पटरी पर बिजली, पानी और साफ सफाई की व्यवस्था नहीं हो सकी है। जबकि प्रशासनिक अधिकारी पिछले दो महीने से कांवड़ की तैयारियों में लगे होने का दावा कर रहे हैं।

अब पिछले आठ—दस दिनों से हाईवे पर चल रहे कांवड़ियों के लिए रास्ते पर चल रहे वाहनों से बचाने के लिए कोई पुलिसकर्मी तक की व्यवस्था नहीं है। अति व्यवस्तम तिराहे या चौराहे या किसी मोड़ पर एक भी पुलिसकर्मी ऐसा तैनात नहीं है जोकि वाहनों को रोककर चौराहे, तिराहे से इन कांवड़ियों को पार करा सके। बस शिवभक्त अपने शिव के भरोसे ही चल रहे हैं।