रानीपुर कोतवाली में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल और इंस्पेक्टर विजय सिंह एवं अन्य

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। नाबालिक की गुमशुदगी के मामले में रानीपुर पुलिस ने आसफनगर झाल से शव की शिनाख्त करवाकर मामले का सनसनीखेज खुलासा कर दिया। मुकदमें में नामजद था कोई और, जबकि पुलिस की गहरी पड़ताल में कातिल निकला कोई और। आरोपी कथित प्रेमी ने पीछा छुड़ाने के लिए नाबालिक प्रेमिका की कर दी हत्या, गला घोंटकर वारदात को अंजाम दे दिया। उसने शव को कट्टे में पैक कर चैकिंग से बचने के लिए की रेड़े की सवारी की थी और गंगनहर के हवाले कट्टा कर दिया था।
31 जनवरी—2024 को सलेमपुर महदूद रानीपुर निवासी व्यक्ति द्वारा दिए गए प्रार्थनापत्र के आधार पर सहारनपुर उत्तर प्रदेश निवासी युवक के खिलाफ शिकायतकर्ता में बताया कि उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी को भगा ले गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। महिला संबंधी अपराधों के प्रति बेहद गंभीर एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल द्वारा विशेष टीमें गठित कर जल्द से जल्द नाबालिग की तलाश करने हेतु सम्बन्धित को निर्देश दिए साथ ही एसपी सिटी से समय-समय पर पूरे मामले की जानकारी लेते रहे।
मामले की पड़ताल में जुटी टीमों से इसी बीच 12 फरवरी—2024 को कोतवाली मंगलौर पुलिस द्वारा सम्पर्क स्थापित कर जानकारी दी गई कि आसफनगर झाल पर एक अज्ञात युवती का शव बरामद हुआ है। उक्त शव की तस्दीक परिजनों द्वारा गुमशुदा नाबालिक के रूप में करने से प्रकरण ने नई करवट ली।
तमाम खोजबीन और पड़ताल के बाद भी नामजद युवक की प्रकरण में किसी भी प्रकार की संदेहास्पद संलिप्तता न मिलने पर एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा पुनः हस्तक्षेप व जरूरी टिप्स देते हुए टीम को अहम सुझाव दिये जिसपर विवेचना की अन्य संभावित दशा और दिशा पर काम करते हुए मालूमात की गई तो प्रकरण में एक नया लेकिन संदिग्ध चेहरा सामने आया।
कोतवाली प्रभारी विजय सिंह ने बताया कि उक्त संदिग्ध शख्सियत अजीम से अभी तक बरामद जानकारी एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर तल्लीनता से पूछताछ की गई तो शुरु से ही गुमराह करने की कोशिश कर रहा अजीम पुलिस के अकाट्य सबूतों के सामने टूट गया और उसने कथित नाबालिक से साथ किए गए वहशियाना कारनामें के सारे पन्ने एक-एक कर खोल दिए।

रानीपुर कोतवाली में नाबालिक का हत्यारोपी।

पूछताछ में यह कबूला
अजीम पुत्र जमशेद निवासी ग्राम सलेमपुर थाना रानीपुर हरिद्वार की नाबालिक मृतका के साथ अक्सर मोबाइल पर बातें होती रहती थी जो धीरे-धीरे लव अफेयर में तब्दील हो गई। इस रिश्ते को एक वाजिब नाम देने के लिए मृतका द्वारा निकाह का लगातार दबाव बनाया जा रहा था। इस दबाव को दूर करने के लिए अपने दिमाग में खुराफाती ताना-बाना तैयार कर अजीम ने दिनांक 27/28.जनवरी—2024 की रात मृतका को घर से कहीं दूर चलने के लिए बुलाया और मौका देखकर मृतका का धोखे से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद कातिल ने लाश को कट्टे में रखा और झौट्टा-बुग्गी में ले जाकर रैग्यूलेटर पुल से आगे गंगा नदी में फेंक दिया।
पुलिस टीम द्वारा हत्यारोपी अजीम उपरोक्त को नियमानुसार हिरासत में लेकर उसकी निशांदेही पर मृतका का मोबाइल फोन व अन्य सामान भी बरामद किया गया। दर्ज मुकदमें में धारा 302, 201 भादवि संलग्न कर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई गई है। कोतवाली रानीपुर पुलिस की इस शानदार सफलता पर स्थानीय जनता द्वारा पूरे हरिद्वार पुलिस की कार्यशाली की प्रशंसा की गई।
पुलिस टीम में इनका रहा सहयोग
प्रभारी निरीक्षक रानीपुर विजय सिंह, एसएसआई नितिन चौहान, एसआई मनोज नौटियाल, प्रियंका इजराल, कांस्टेबल अजय का सहयोग रहा।

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