जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। मिनी हरिद्वार कहलाने वाले मुरादनगर में गंगनहर घाट पर बने शनि मंदिर का पुजारी महंत मुकेश गोस्वामी हवश का पुजारी निकला। उसके मंदिर में लगे सीसीटीवी की डीवीआर में 320 युवतियों की वीडियो कपड़े बदलते हुए मिली हैं। उसकी घिनौती हरकतें सामने आते ही आरोपी फरार हो गया, पुलिस उसकी गिरफतारी के लिए लगतार दबिश दे रही है। पुलिस को अंदेशा है कि वह हरिद्वार जाकर छिप गया है। गाजियाबाद पुलिस मेरठ, मुजफफरनगर, हरिद्वार में उसके ठिकानों पर दबिश दे रही है। वहीं, पुलिस ने घाट पर बनवाएं गए चेंजिंग रूमों को तुड़वा दिया है।
गाजियाबाद के मुरादनगर कस्बे में गंगनहर के किनारे स्नान घाट बने हुए हैं। इन घाटों पर एक शनिदेव मंदिर भी बना हुआ है। 20 साल पहले शनिदेव मंदिर के महंत के रूप में मुकेश गोस्वामी मिला, तो मंदिर का संचालन उसकी देखरेख में चलने लगा। घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु स्नान करने लगे तो कपड़े बदलने के लिए महंंत की ओर से चेंजिंग रूम बनवाए गए। लेकिन पुजारी हवश का पुजारी निकला और उसने महिला चेंजिंग रूम में सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया।
21 मई को एक महिला अपनी 14 साल की बेटी के साथ कपड़े बदलने लगी तो उसने छत में लगा सीसीटीवी कैमरा देख लिया। महिला ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और महिला ने महंत के खिलाफ थाना मुरादनगर में एफआईआर लिखवा दी।
पुलिस जांच में सामने आया कि कथित महंत मुकेश गोस्वामी महिलाओं को कपड़े बदलते हुए अपने मोबाइल के माध्यम से लाइव देखता था, हालांकि उसके मोबाइल में पुलिस को कोई वीडियो नहीं मिली, लेकिन जब सीसीटीवी की डीवीआर चेक की तो उसमें 320 वीडियो क्लिप देखकर पुलिस दंग रह गई। पुलिस ने महंत का मोबाइल और डीवीआर जांच के फोरेंसिक लैब भेज दी है, ताकि महंत की असलियत सामने आ सके।
गाजियाबाद पुलिस के अनुसार 21 मई को मुकदमा दर्ज करने के बाद 22 मई को महंत का मोबाइल जब्त कर लिया। महिला के बयान दर्ज न होने के चलते हुए पुलिस ने महंत को तत्काल हिरासत में नहीं लिया, इसी का फायदा उठाते हुए महंत वहां से भागने में कामयाब रहा। अब फरार महंत के ठिकानों पर पुलिस लगातार दबिश दे रही है। उसके ठिकाने हरिद्वार, मेरठ, मुजफफरनगर में भी है।
भगवा रंग के कपड़े पहने संन्यासी के कारनामे सामने आने से तरह—तरह के सवाल उठने लगे हैं। उसने सनातन धर्म की परंपराओं को कलंकित करने का काम किया है।