जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। समन्वय समिति उत्तराखंड एवं चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी महासंघ के निर्देशों कर्मियों की 20 सूत्रीय मांगों को लेकर जिला महिला चिकित्सालय के गेट पर कर्मचारियों के साथ गेट मीटिंग करते हुए मांग पूरी करने की मांग उठाई।
कर्मचारियों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष /संयोजक समन्वय समिति दिनेश लखेडा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण कर्मचारी संघ के जनपद हरिद्वार के जिलाध्यक्ष एसपी चमोली, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष शिवनारायण सिंह एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेन्द्र तेश्वर ने मांग उठाई। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का डाउन ग्रेड वेतन, एवं 10,16,26 वर्ष पर समयमान वेतनमान पूर्व की भांति हो, चतुर्थ श्रेणी कर्मियों का 4200 ग्रेड पे स्टर्फि़ंग पैटर्न के आधार पर लगाया जाना, चार माह से एनएचएम कर्मियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। खुशियों की सवारी के वाहन चालकों एवं स्टाफ को दो माह से वेतन नही मिल रहा है जो कि न्यायोचित नहीं है। अगर समन्वय समिति की 20 सूत्रीय मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो संज्ञान न लिया गया तो 07 अक्टूबर को देहरादून परेड ग्राउंड से गर्जना रैली निकाली जाएगी। जिसमें प्रदेश के सभी विभागों के कर्मचारी भाग लेंगे।
चिकित्सा स्वास्थ्य के जिला सचिव प्रदीप मौर्य ऑडिटर जोगेंद्र यादव एवं आयुर्वेद विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष केएन भट्ट ने कहा कि संघ कई वर्षों से पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहा है। किन्तु आज तक सरकार द्वारा उस पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया है जो कि सोचनीय प्रश्न है।
गेट मीटिंग में शामिल होने वाले कर्मचारियों में एसपी चमोली, शिवनारायण सिंह, दिनेश लखेडा, महेश कुमार, राजेन्द्र तेश्वर, नाथी, अरविंद यादव, प्रकाश उनियाल, अंकुश चौहान,पंकज, उमा दुबे, कुसुम शर्मा, आशा शर्मा, रोशनी, हिमानी, सीमा, वेणू नंदा, अंजली काला, सचिन, अजय कुमार इत्यादि ने अपनी मांगों के समर्थन में अपना रोष प्रकट किया।
