जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। ’सनातन धर्म, देश और समाज के लिए अतुल्य योगदान देने वाले ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती महाराज ब्रह्मलीन हो गए, उनकी आयु 99 वर्ष थी। हृदयगति के रुक जाने से अपराह्न 3.21 पर ब्रह्मलीन हुए। उनसे करोडों भक्तों की आस्था जुडी हुई थी।
स्वतन्त्रता सेनानी, रामसेतु रक्षक, गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करवाने वाले तथा रामजन्मभूमि के लिए लम्बा संघर्ष करने वाले, गौरक्षा आन्दोलन के प्रथम सत्याग्रही, रामराज्य परिषद् के प्रथम अध्यक्ष, पाखण्डवाद के प्रबल विरोधी रहे थे। उक्त सूचना पूज्यपाद ब्रह्मीभूत शंकराचार्य के तीनों प्रमुख शिष्यों स्वामी सदानन्द सरस्वती, स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती एवं ब्रह्मचारी सुबुद्धानन्द जी द्वारा दी गयी है।
वहीं, हरिद्वार में द्वारिका ज्योतिर्पीठ पीठाधीश्वर श्री जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के देवलोक गमन का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। स्वामी शंकराचार्य के निधन से सर्व समाज को तथा संत समाज को अपूरणीय क्षति हुई है उसकी भरपाई असंभव है। सनातन धर्म की इस महान विभूति का असमय जाना सर्व समाज के लिए एक दुखद रखना है। महानगर कांग्रेस कमेटी, हरिद्वार ब्रह्मलीन स्वामी शंकराचार्य जी के श्रीचरणों में नमन करते हुए अपनी अश्रूपूर्वक पुष्पांजलि व श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
शोककुल संजय पालीवाल प्रदेश महासचिव, संजय अग्रवाल महानगर अध्यक्ष, मेयर अनीता शर्मा, प्रदीप चौधरी पूर्व पालिकाध्यक्ष, विमला पांडे महिला जिलाध्यक्ष रामयश सिंह पूर्व विधायक, यसवंत सैनी नगर अध्यक्ष ज्वालापुर, शुभम अग्रवाल ब्लॉक अध्यक्ष कनखल, शैलेंद्र सिंह ब्लॉक अध्यक्ष मध्य हरिद्वार, गुलवीर सिंह ब्लॉक अध्यक्ष शिवालिकनगर, अशोक उपाध्याय ब्लॉक सयोंजक भेल आदि ने शोक जताया।
