हरिद्वार में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रोड शो में शामिल नरेश शर्मा।

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के गढ़ में दिल्ली का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जनता का मन मोह गया। अरविंद केजरीवाल ने बस्तियों के लोगों को अपने पक्ष में दिखाकर साबित कर दिया कि जनता दिल्ली जैसी सुविधाएं अपने क्षेत्रों में देखना चाहती है। लेकिन सबसे बड़ी चर्चा एक ही रही कि मदन कौशिक ने अपने भाई नरेश शर्मा को अपनी ही पार्टी के विधायक को हराने के लिए हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में भेजा था, उसी ने हरिद्वार विधानसभा में मदन कौशिक को चुनाव जिताने वाली बस्तियों को आम आदमी पार्टी के साथ खड़ा कर दिया। गनीमत रही कि भाजपा का एक बड़ा नेता आप में शामिल नहीं हुआ, अन्यथा मिशन 2022 में 60 प्लस में एक सीट घट सकती थी।

हरिद्वार में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रोड शो में उमड़ा जन सैलाब।

21 नवंबर—2021, दिन रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरिद्वार विधानसभा में रोड शो या रैली निकाली। रोड शो में बड़ी संख्या में जनसैलाब उमड़ा। ​जन सैलाब में अधिकांश बस्तियों के निवासी थे। लेकिन जब रोड शो निकला तो जिसने भी देखा वह यही बात कहता हुआ मिला कि बस्तियों का वोट बैंक तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का है। लेकिन इससे भी बड़ी बात यह सुनने को मिली कि अरविंद केजरीवाल के रोड शो को सफल कराने वाला उनका भाई नरेश शर्मा है। यदि बस्तियों की वोट आम आदमी पार्टी के खाते में ट्रांसफर हो गई तो भाजपा को 2022 में बड़ा नुकसान हो सकता है।

हरिद्वार में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रोड शो में उमड़ा जन सैलाब में बस्तियों के लोग।

दूसरी चर्चा यह रही कि आज तक कांग्रेस पार्टी के नेता मध्य हरिद्वार में देवपुरा चौक से लेकर आर्यनगर चौक तक भीड़ नहीं जुटा पाए, लेकिन इस बार अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आई भीड़ ने उस मिथ्या को भी विराम लगा दिया। इस भीड़ जुटाने का श्रेय नरेश शर्मा को भी मिला, क्योंकि नरेश शर्मा मदन कौशिक के साथ रहकर यह जान चुके थे कि भीड़ कैसे जुटायी जा सकती है। नरेश शर्मा को लेकर चर्चा रही कि जिस भाई को हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ उतारा था आज उसी ने हरिद्वार विधानसभा का तख्त हिला दिया। या ये कहे कि लोहे का जंग ही तलवार की धार को समाप्त करने में लगा हुआ है।
वहीं, दूसरी चर्चा यह रही की पूर्व मेयर मनोज गर्ग आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं, लेकिन यह अफवाह कोरी साबित हुई।