जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। चुनाव मैनेजमेंट के विशेषज्ञ तौर पर पहचान बना चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के सबसे करीबी पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जमदग्नि के नाम से हर कोई परिचित है। कई विधानसभाओं के साथ दो लोकसभा चुनाव में विशेष भूमिका निभाकर प्रत्याशियों की जीत में विशेष भूमिका उनकी रही है। अब जिला पंचायत चुनाव में भी उन्होंने अपनी भूमिका निर्वहन करते हुए अपने संयोजन के साथ आसपास की सीटों पर भी काम कराते हुए जीताने में सहयोग किया। उनका कहना है कि जिला पंचायत चुनाव में पूरे जिले की 44 सीटों में भाजपा के बैनर पर 14 सदस्य चुनाव जीतकर आएं, इन्हें जीताने में भाजपा की नीतियों, विकास कार्यों के साथ चुनाव संयोजकों का भी योगदान रहा।
भारतीय जनता पार्टी में कई बड़े पदों की जिम्मेदारी निभाते हुए ओम प्रकाश जमदग्नि राजनीति में हर मर्ज की दवा के रूप में पहचान बना चुके हैं। उन्हें जिला पंचायत चुनाव में बहादरपुर जट्ट सीट का संयोजक बनाया गया। चुनाव संयोजकों में मेहनती होने के साथ चुनावी गुणों एवं मैनेजमेंट के महारथी के तौर पर काम करते समय उन्होंने प्रत्याशी सोहनवीर पाल एवं ग्रामीणों के साथ मिलकर चुनावी रणनीति तय की। वे सुबह से देर रात तक प्रत्याशी की चुनावी सभा से लेकर, चुनाव प्रचार और जनसंपर्क अभियान में हमेशा विशेष भूमिका निभाकर उन्हें सफल बनाने का काम कर रहे।
उनकी सक्रियता की जिला पंचायत के चुनाव में तारीफ की जा रही हैं तो कई सीटों पर चुनाव की गुणा भाग के लिए मांग की जा रही है। वे पूरे चुनाव में पूरी शालीनता, मेहनत एवं कर्मठता से काम करते रहे। सबसे बड़ी बात तो यह रही कि वे बहादरपुर जट्ट सीट के साथ आसपास की सीटों पर भी प्रचार प्रसार करने के लिए जाते रहे।
ओमप्रकााश जमदग्नि सकारात्मक बातें करते हैं, जिससे उनका प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कभी नकारात्मक विचारों वाली राजनीति नहीं की। जिससे आज भी उनके कार्यालय में फरियादियों के साथ मिलने वालों की भीड़ लगी रहती है। वे बड़ी शालीनता के साथ लोगों की समस्या सुनकर उनका निदान करते हैं। समाजसेवा के रूप में उनकी पहचान बड़ी है।
ओम प्रकाश जमदग्नि ने हरिद्वार विधानसभा के साथ ग्रामीण विधानसभा के चुनाव की कमान संभाल चुके हैं। सबसे बड़ी उपलब्धि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हरिद्वार से लगातार दो बार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक की जीत का श्रेय है। दोनों चुनावी की बागडौर उनके हाथों में रही और भारी मतों से जीत हासिल हुई।