जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। कोरोना संक्रमण फैलने के समय एवं कार्यकाल में गैस वितरकों व गैस एजेंसियों के स्टाफ और संबंधित लोगो को कोरोना वरियर्स नहीं मानने पर आक्रोश जताया है। उन्होंने आक्रोश जताते हुए कहा है कि ये बड़े ही शर्म की बात है। वह ऐसा समय था जब समाज में महामारी ने रौद्र रूप धारण कर रखा था और कोई भी व्यक्ति अपने आप को घर से बाहर निकलने में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा था उस समय में भी हमारे डिलीवरी मैन एवं स्टाफ के द्वारा सभी के घर घर जाकर गैस आपूर्ति की गई। अब वेक्सीन लगने लगी है तो भी उन्हें शामिल नहीं किया गया है।
एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एशोसिएशन हरिद्वार के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने शासन प्रशाशन के ख़िलाफ आक्रोश एवं अफ़सोस जताया। है। अध्यक्ष राजीव गुप्ता व सचिव विपिन शर्मा ने बताया कि कोरोना  काल में गैस एजेंसी के स्टाफ डिलीवरी मैन सभी फ्रंट लाइन में खड़े होकर सभी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना के समय मुस्तैदी के साथ खड़े होकर जनता की सेवा में रात दिन लगे रहे। संक्रमण के समय लगे लॉकडाउन के समय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के द्वारा भी गैस एजेंसी स्टाफ एवं डिलीवरी मैन को वॉरियर्स बताया गया, परंतु जैसे ही कोरोना का प्रकोप कम हुआ तथा कोरोना की वैक्सीन बनकर तैयार हुई तो सिर्फ डॉक्टर, पुलिसकर्मी, सफाई कर्मी ही सभी कोरोना वॉरियर्स बताए गएं। कहीं पर भी गैस वितरकों एवं गैस कर्मियों को कोरोना वारियर्स नहीं बताया गया। गैस वितरकों गैस एजेंसी कर्मचारियों, होम डिलीवरी, ट्रक ड्राइवर के अलावा कम्पनियों के स्टाफ़, उस समय काम करने वाले सभी ने अपनी जान एवं अपने परिवार की जान की परवाह किए बिना कोरोना काल में जन सेवा की। किसी भी घर का चूल्हा बंद नहीं होने दिया। कईयो ने तो अपनी जान तक गवा दी। फिर भी गैस वितरकों गैस एजेंसियों के स्टाफ और संबंधित लोगो को कोरोना वरियर्स नहीं मानना बड़े ही शर्म की बात है । वह ऐसा समय था जब समाज में महामारी ने रौद्र रूप धारण कर रखा था और कोई भी व्यक्ति अपने आप को घर से बाहर निकलने में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा था। उस समय में भी हमारे डिलीवरी मैन एवं स्टाफ के द्वारा सभी के घर घर जाकर गैस आपूर्ति की गई। अफसोस है कि ना तो सरकार के द्वारा और ना ही जिला प्रशासन एवं इस महामारी से बचाव के क्षेत्र में कार्यरत किसी संस्था या संगठन के द्वारा हमें वह हमारे स्टाफ को इस योग्य समझा गया कि हमने भी कोरोना योद्धा के रूप में समाज को अपनी सेवाएं प्रदान करके जनता को भय मुक्त किया एवं प्रशासन को पूरा सहयोग दिया। उन्होंने अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए कहा कि भले ही उनके हित के लिए कोई काम नहीं किया जाए लेकिन फिर भी सभी सेवा करते रहेंगे।