जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के रवासन नदी पर बनाए जाने वाले झूला पुल के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोहर लगाते हुए स्वीकृति जारी कर दी है। इसके लिए प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता को 225 मीटर झूला पुल के लिए 31.50 लाख रूपये का बजट स्वीकृत कर दिया है। झूला पुल के निर्माण मार्च—2022 तक पूरा हो जाएगा। झूला पुल के बनने से ग्रामीणों को नदी के पानी से गुजरने के बजाय सुरक्षित आवागमन मिलेगा।
कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शाहपुर शीतलाखेड़ा में हुए कार्यक्रम में घोषणा की थी। स्वामी यतीश्वरानंद ने बताया कि उत्तराखंड शासन के प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता को मुख्यमंत्री की घोषणा संख्या 1038—2021 के अंतर्गत जनपद हरिद्वार के विधानसभा क्षेत्र हरिद्वार ग्रामीण में रसूलपुर, मंगोलपुरा, आर्यनगर तथा लालढांग के मध्य रवासन नदी पर 225 मीटर स्पान झूला पुल के निर्माण की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृत्ति जारी कर दी गई है।
225 मीटर स्पान सेतु एवं लागत 31.50 लाख की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृत्ति प्रदान की गई है। निर्माण कार्य 31 मार्च—2022 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्यों की गुणवत्ता एवं समयवद्धता का संपूर्ण दायित्व संबंधित अधिशासी अभियंता का होगा।
झूला पुल के निर्माण होने से लालढांग क्षेत्र के रसूलपुर, मंगोलपुरा, आर्यनगर के साथ दर्जनों गांवों के निवासियों को आवागमन में आसानी होगी। स्वामी यतीश्वरानंद ने बताया कि बारिश के समय में रवासन नदी में पानी आने पर ग्रामीणों का संपर्क टूट जाता था। क्षेत्रवासियों के बच्चों को स्कूल जाने के लिए नदी के पानी से गुजरना पड़ता था। लेकिन झूला पुल के बनने से समस्या दूर हो जाएगी।
झूला पुल की स्वीकृति और बजट जारी कराने पर क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद का आभार जताया है। मंडल अध्यक्ष आलोक द्विवेदी ने बताया कि लालढांग में भव्य समारोह कर स्वामी यतीश्वरानंद का सम्मान किया जाएगा।
