जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरिद्वार में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के बड़े नेताओं के पुत्रों ने भाजपा का दामन थामा है। सभी को सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने सदस्यता ग्रहण कराई। हालांकि बड़ा सवाल ये है कि जब पुत्र और समर्थक कांग्रेस में चले गए तो पिता कांग्रेस में क्या करेंगे। हालांकि सभी को आरोप है कि कांग्रेस में रहकर पार्टी को दीमक की तरह चट कर रहे थे। वे अपने दामन को बचाने के लिए दूसरे युवा नेताओं को भाजपा का एजेंट बताते थे, लेकिन आज सच्चाई जनता के सामने आ गई। हालांकि दो दिन पहले कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष रवि कश्यप ने भी भाजपा ज्वाइन की।
शनिवार को देवपुरा चौक पर आयोजित भाजपा के कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत और सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक की उपस्थिति में कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। दामन थामने वालों के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद राज बब्बर के प्रतिनिधि रहे अरविंद शर्मा एडवोकेट के पुत्र शुभम शर्मा समेत कई युवा नेता शामिल रहे। जिनमें पार्षद का चुनाव लड़ चुके विवेक भूषण विक्की, अमन गौड़, सुशांत मेहता, मयूर गौतम, मयंक गौतम, धीरज अनेजा, गगन गुप्ता, सुंदर मनवाल का पुत्र ऋषभ मनवाल आदि शामिल हुए। सभी ने भाजपा की रीतियों एवं नीतियों को समझते हुए सरकार की नीतियों का प्रचार प्रसार कर आमजन को लाभ पहुंचाने का आश्वासन दिया। लेकिन इन नेताओं में कई ऐसे नेता कांग्रेस में रहे हैं जो जो कि कांग्रेस के कद्दावर नेताओं को भाजपा का एजेंट बताते थे, लेकिन आज जब वह भाजपा में शामिल हुए तो उनकी कलई खुल गई। इनके परिवारों और इन नेताओं ने कांग्रेस का बंटाधार करने का काम बखूबी किया।
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये सभी युवा नेता कांग्रेस से भाजपा में शामिल तो हो गए हैं, लेकिन इनके सामने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के गुट शामिल न होने की चुनौती को झेलना पड़ेगा। क्योंकि हरिद्वार में भाजपा का इतिहास रहा है कि मदन कौशिक के खिलाफ जाकर किसी नेता की राजनीति चमकी नहीं है। जिसने भाजपा में रहते हुए मदन कौशिक से बिगाड़ कर राजनीति की वह सफल नहीं हो सका है, क्योंकि दूसरा गुट केवल यूज करने वाला ही है।