जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरिद्वार धर्मनगरी में सूखा नशा का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। जब भी कोई व्यक्ति इसके खिलाफ आवाज उठाने को अभियान शुरू करता है तो उसके साथ भारी संख्या में युवा के साथ सभी वर्ग के लोग जुट जाते हैं। उनकी एक सूत्री मांग होती है कि कुछ भी करो, लेकिन धर्मनगरी नशा मुक्त तो ताकि उनकी आनी वाली पीढ़ी का विकास हो। अब हरिद्वार नगरी में समाजसेवी एवं संकल्प प्रकाश के संयोजक कन्हैया खेवड़िया ने नशा मुक्त अभियान चलाने का बीड़ा उठाना शुरू किया है तो उनके सहयोग में भारी तादात में युवा खड़े हो गए हैं।
धर्मनगरी के युवाओं को नशे के आगोश में धकेलने के लिए गली—गली, मोहल्ले में स्मैक के साथ सभी तरह के नशा करने वाले पदार्थ आसानी से उपलब्ध है। इससे किशोर अवस्था में युवा नशे के आगोश में चला जा रहा है। वे पढ़ाई तो क्या अपने परिवार के लालन पोषण से दूर होता जा रहा है। इससे पूरा परिवार अंधकार में चला जा रहा है। धर्मनगरी को नशा से बचाने के लिए स्वतंत्रता आंदोलनकारी मदन मोहन मालवीय ने अंग्रेजी शासनकाल में मधनिषेश क्षेत्र घोषित करा दिया था, लेकिन आज स्वतंत्र देश में धर्मनगरी के बॉयलाज तक को पालन नहीं कराया जा रहा है। इससे धर्मनगरी का भविष्य नशाखोरी में संलिप्त होता जा रहा है। जिसे बचाने के लिए समाजसेवी कन्हैया खेवड़िया ने आवाज उठानी शुरू कर दी है। उन्हें हरिद्वार में नए डीएम और एसएसपी से उम्मीद है।


कन्हैया खेवड़िया के साथ युवाओं के साथ सभी वर्ग के आहतित लोग कंधे से कंधा मिलाकर अभियान चलाने को तैयार है। कन्हैया खेवड़िया का दर्द है कि वे किशोरावस्था और युवाओं को नशा के गर्त में धकेलते हुए नहीं देख सकते हैं। इसके लिए वे हर कुर्बानी देने को तैयार है।
हरिद्वार में हुई बैठकों में अमित शर्मा, पूरन पांडे, विपुल, राहल, गौरव भाई आदि सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।