जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। भेल के समस्त पंजीकृत ट्रेड यूनियनों की एक बैठक सामुदायिक केन्द्र सेक्टर -4 मे आयोजित की गयी जिसमे केन्द्र सरकार के खिलाफ संघर्षों को तेज करने का निर्णय लिया गया।
केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियो, भेल सहित अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण एवं श्रमिक विरोधी श्रम संहिताओं के विरोध मे भेल हरिद्वार के समस्त पंजीकृत ट्रेड यूनियनों द्वारा निरंतर रुप से संयुक्त आन्दोलन किये जा रहे है जिसमें 8 मार्च को केन्द्र सरकार का पुतला दहन किया गया। 15 मार्च को विरोधस्वरुप बाईक रैली निकालकर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय को श्रमिको की जायज माँगों का एक माँग पत्र भेजा गया है एवं 20 मार्च को सीएफएफपी गेट पर 2 घंटे का सांकेतिक धरना दिया गया। अब इन्ही संघर्षो को आगे बढाते हुए 25 मार्च को हरिद्वार समेत भेल की समस्त यूनिटों में स्थानीय विधायक एवं स्थानीय सांसदों का घेराव किया जायेगा*। भेल के श्रमिक नेताओं का कहना है कि भेल सहित अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का निजीकरण करने का केन्द्र सरकार का सपना किसी भी कीमत पर पूरा नही होने देंगे तथा श्रमिक विरोधी 4 श्रम संहिताओ को श्रमिक वर्ग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा एवं अपनी अंतिम सांस तक इस संघर्ष को जारी रखेंगे तथा आने वाले दिनों में संघर्षो को ओर तेज किया जायेगा।
इस दौरान इंटक (हीप) के महामंत्री राजबीर सिंह, एचएमएस (हीप) के महामंत्री मनीष सिंह, एचईडब्लूटीयू के महामंत्री विकास सिंह, एटक (सीएफएफपी) के महामंत्री सौरभ त्यागी, बीएमएस (हीप ) के महामंत्री सन्दीप कुमार, हेमु के महामंत्री मोहित कुमार शर्मा, बीकेपी के महामंत्री अमित चौहान, एटक (हीप) के महामंत्री संदीप चौधरी, बीएमएस (सीएफएफपी) के महामंत्री पवन कश्यप, इंटक (सीएफएफपी) के का. अध्यक्ष सुकरमपाल सिंह, ऐबु (सीएफएफपी) के महामंत्री कृपाल सिंह, बीएमटीयू के महांमत्री अवधेश कुमार, बीएसयू के महामंत्री अरविन्द कुमार, श्रमिक यूनियन के महामंत्री आशीष सैनी, ऐबू (हीप) के महामंत्री गगन वर्मा, बीईएस के महामंत्री प्रीतम सिंह सौदाई, बीएसएसयू के अध्यक्ष जसविंदर सिंह, एचएमएस (सीएफएफपी) के महामंत्री सचिन शर्मा, श्रमिक यूनियन (सीएफएफपी) के महामंत्री अमित गोगना, सीएफएफडब्लूयू के महामंत्री जयशंकर, एफएफएमएस के महामंत्री रविन्द्र कुमार आदि उपस्थित रहे।