वेद मंदिर में कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद से मुलाकात करते हुए किसान—मजदूर।

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। गंगा के किनारे बसें गावों के किसान, मजदूरों को मकान बनाने के लिए रेत और अन्य सामग्री खोदने से रोका नहीं जाएगा। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने सख्ती के साथ पुलिस—प्रशासन के साथ वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि गंगा एवं नदियों के किनारे बसें लोगों का पहला अधिकार रेत और बजरी पर होता है, क्योंकि पानी के कटाव और अन्य आपदा भी यही लोग झेलते हैं।
सोमवार को मिस्सरपुर, जमालपुर कलां, जगजीतपुर आदि गांवों के किसान, मजदूर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद से वेद मंदिर आश्रम में मिले। उन्होंने बताया कि पुलिस, प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी उन्हें गंगा से रेत लाने से रोक रहे हैं। इस पर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने किसान और मजदूरों को रेत खोदने से रोकने पर नाराजगी जताई और अधिकारियों से वार्ता की। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने अधिकारियों को सख्ती के साथ निर्देश दिए कि गंगा के साथ अन्य नदियों के किनारे पर बसें ग्रामीणों का पहला अधिकार रेत और अन्य निर्माण सामग्री पर है, क्योंकि गंगा और नदियों में कटाव होने से किसान की भूमि का कटाव होता है और फसलों का भी नुकसान होता है। ऐसे में यदि मकान बनाने के लिए इन लोगों को भी रेत खोदने से कोई रोकता है या किसी प्रकार की इच्छा सरकारी अमला रखता है तो ऐसे सरकारी अधिकारी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई भैंसा बोगी से रेत निकालता है तो उसे रोका नहीं जाएगा।
कैबिनेट स्वामी यतीश्वरानंद के इस निर्देश से किसान और मजदूरों ने उन्हें अपना हितैषी बताते हुए आभार जताया। उन्होंने कहा कि स्वामी यतीश्वरानंद के विधायक और अब मंत्री बनने से क्षेत्र की समस्या को दूर किया जा रहा है। इससे पूरे क्षेत्र वासियों में खुशी है और अगली बार भी स्वामी यतीश्वरानंद को भारी मतों से जिताकर विधानसभा भेजने का काम करेंगे।