जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
देहरादून। एसएसपी अजय सिंह ने शराब माफिया के द्वारा पत्रकार को पीटने वाले प्रकरण को गंभीरता से लिया है। समीक्षा के दौरान सामने आया कि नशा तस्करों के विरुद्ध ठोस निरोधात्मक कार्रवाई एसओजी ने नहीं की है, जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए देहात एसओजी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया। जिसके तहत कोतवाली ऋषिकेश व थाना रायवाला में काफी समय से नियुक्त और निरोधात्मक कार्रवाई के आंकलन पर 37 पुलिसकर्मियों को तत्काल वहां से हटाकर जनपद के अन्य थानो में किया स्थानांतरित कर दिया। देहात एसओजी में नियुक्त 11 पुलिस कर्मियों को हटाकर देहरादून एसओजी में स्थानांतरित किया।उन्होंने बताया कि थाना ऋषिकेश में 08 माह की अवधि में अवैध शराब की तस्करी में लिप्त अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत 113 अभियोग में 111 तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
एसएसपी अजय सिंह ऋषिकेश पहुंचकर थाना ऋषिकेश में अपराधों की समीक्षा की। उन्होंने एक सितंबर को इंदिरा नगर में घटित घटना व घटना से संबंधित अभियोगो की अधीनस्थ अधिकारियों से पूर्ण जानकारी लेकर मामलों का रिव्यू किया गया। पत्रकार संदीप भंडारी पुत्र दयाल सिंह भंडारी निवासी मुनिकी रेती ने कोतवाली ऋषिकेश में अभियुक्त सुनील गंजा के द्वारा उनके व उनके साथी योगेश डिमरी के ऊपर बेसबॉल के डंडे से जानलेवा हमला करने तथा उक्त घटना में उनके साथी योगेश डिमरी को गंभीर चोटें आने के संबंध में दी गई तहरीर के आधार पर नामजद अभियुक्त सुनील गंजा को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
वादी संदीप भण्डारी द्वारा योगेश डिमरी के ऊपर किए गए हमले के सम्बन्ध में पंजीकृत अभियोग में नामजद अभियुक्त सुनील गंजा को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अभियुक्त सुनील गंजा कोतवाली ऋषिकेश का हिस्ट्रीशीटर है। जिसके विरूद्ध वर्ष 2012 के बाद कोतवाली ऋषिकेश में कोई अभियोग पंजीकृत नहीं है तथा पूर्व में पंजीकृत अभियोगों में भी अभियुक्त को न्यायालय द्वारा दोषमुक्त किया गया था। किन परिस्थितियों में अभियुक्त को दोषमुक्त किया गया था इसका परीक्षण कराया जाएगा।
इसके अतिरिक्त उक्त प्रकरण में कोतवाली ऋषिकेश में दर्ज अन्य अभियोगों में नामजद व्यक्तियों सुरेन्द्र सिंह नेगी के विरूद्ध कोतवाली ऋषिकेश में 07 तथा अरविन्द हटवाल के विरूद्ध भी 06 अभियोगों का दर्ज होना पाया गया।
उक्त पूरे प्रकरण में ऋषिकेश कोतवाली में दर्ज सभी अभियोगों का एसएसपी देहरादून द्वारा स्वयं रिव्यू लेकर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हेतु एसपी देहात की क्लोज मानीटरिंग में टीम का गठन किया गया है, प्रकरण के सम्बन्ध में दर्ज सभी अभियोगों में एसएसपी देहरादून द्वारा मात्र दर्ज अभियोगों में नामजदगी के आधार पर किसी निर्दोष के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई न करने तथा पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करते हुए उपलब्ध ठोस साक्ष्यों के आधार पर ही दर्ज सभी अभियोग में विधि सम्मत कार्रवाई करने के अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
इसके अतिरिक्त प्रकरण के संबंध में सोशल मीडिया पर अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा लगातार की जा रही तथ्यहीन पोस्टों का संज्ञान लेते हुए एसएसपी देहरादून द्वारा सभी को संयम बरतने तथा सोशल मीडिया पर शांति व्यवस्था को बाधित करने वाली ऐसी किसी पोस्ट को न करने के अपील की गई है। साथ ही मादक पदार्थों/अवैध शराब की तस्करी से सम्बन्धित किसी भी सूचना को तत्काल पुलिस या आबकारी विभाग को उपलब्ध कराते हुए अभियुक्तों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने में अपना सहयोग प्रदान करने हेतु अवगत कराया गया। ऋषिकेश क्षेत्र में लगातार अवैध शराब की बिक्री से सम्बन्धित सूचनाएं प्राप्त होने पर एसएसपी देहरादून द्वारा कोतवाली ऋषिकेश तथा एसओजी देहात में नियुक्त सभी कर्मचारियों/ अधिकारियों के कार्यो का रिव्यू किया गया तथा स्वच्छ एंव पारदर्शी पुलिस कार्यप्रणाली हेतु कोतवाली ऋषिकेश व थाना रायवाला में नियुक्त 37 पुलिस कर्मियों, जिनके द्वारा निरोधात्मक कार्रवाई में अपेक्षानुरूप कमतर प्रदर्शन किया गया था, उन्हें एसएसपी देहरादून द्वारा जनपद के अन्यत्र थानों में स्थानान्तरित करते हुए अन्य थानों से कोतवाली ऋषिकेश में नए पुलिसकर्मियों को तैनात गया है, इसके अतिरिक्त ऋषिकेश क्षेत्र में शराब तस्करों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई न करने पर एसओजी देहात को भंग करते हुए एसओजी में नियुक्त सभी 11 पुलिस कर्मियों को एसओजी देहरादून में सम्बद्ध किया गया है। पुलिस द्वारा ऋषिकेश क्षेत्र में सक्रिय सभी शराब तस्करों की कुण्डलियां तैयार की जा रही हैं, जिनके विरूद्ध व्यापक स्तर पर प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही की जाएगी। अवैध शराब की तस्करी में लिप्त अभियुक्तों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुए ऋषिकेश पुलिस द्वारा विगत 08 माह के दौरान लगभग हर दूसरे दिन एक शराब तस्कर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इस दौरान पुलिस द्वारा कुल 113 अभियोग पंजीकृत करते हुए 111 तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
