जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
रुड़की। कप्तान की लीडरशिप में हरिद्वार पुलिस का धमाकेदार खुलासा किया है। पूरे राज्यभर में चर्चित रहे इस ब्लाइंड सनसनीखेज मर्डर का खुलासा कर हरिद्वार पुलिस ने शानदार तरीके से साबित की अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया है। पिता की हत्यारा का षड़यंत्रकारी पुत्र ही निकला। उसने बदमाशों को सुपारी देकर मर्डर कराया। पिता की करोड़ों की प्रॉपर्टी से अय्याशी करना चाहता था, लेकिन रोकटोक करने पर उसने हत्या कराई।
27 दिसंबर—2023 को कोतवाली गंगनहर पर 112 के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि अज्ञात बदमाशों ने पनियाला रोड़ स्थित निज आवास में बनाए गए ऑफिस में गोली मारकर एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी है। बेहद सनसनीखेज इस घटना पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह व सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी के साथ मौके पर पहुंचकर घटना की पूरी जानकारी ली एवं अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। घटना को एक चैलेंज के रूप में लेते हुए कोतवाली गंगनहर व सीआईयू रुड़की/हरिद्वार की सयुंक्त टीमें गठित की गई।
घटना बेहद सनसनीखेज होने के कारण एसएसपी द्वारा मामले की स्वयं मॉनिटरिंग की गई। समय-समय पर देहात क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों को कई बार देर रात अपने आवास में बुलाकर मामले में हो रही प्रगति व सामने आ रही दिक्कत पर जानकारी की गई एवं दिक्कतों से पार पाने के लिए सुझाव देते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके सफल परिणाम सामने आए।
गठित की गई पुलिस टीम द्वारा प्रारंभिक जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि संपन्न गुर्जर परिवार से ताल्लुक रखने वाले करोड़ों की संपत्ति के मालिक व पेशे से प्रॉपर्टी, कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले पनियाला निवासी मृतक जोगिंदर 27 तारीख को रात्रि घर का मुख्य गेट बंद कर अपने ऑफिस में बैठे हुए थे। इसी बीच तीन अज्ञात बदमाशों ने सड़क पर अपनी मोटरसाइकिल खड़ी की और एक बदमाश ने दीवार फांदकर अंदर से मुख्य गेट खोलकर तीनों बदमाशों ने ऑफिस में घुसकर अकेले बैठे जोगिंदर पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिससे जोगिंदर की मौके पर ही मृत्यु हो गई। घटना करने के बाद बदमाश तुरंत गेट से बाहर निकले और मोटरसाइकिल में बैठकर फरार हो गए।
पूरी तरीके से ब्लाइंड इस केस को वर्कआउट करने के लिए हरिद्वार पुलिस द्वारा एड़ी चोटी का जोर लगाया गया। प्रारंभिक जानकारी के आधार पर कथित मोटर साइकिल एवं बदमाशों की पहचान के साथ ही वारदात के लिए प्रयोग किए गए रास्तों को चिन्हित करते हुए सीआईयू टीम को टैक्निकल सहयोग प्रदान करने की जिम्मेदारी सौंपी गई साथ ही मृतक की पुरानी रंजिश एवं लेनदेन/जमीनी विवादों के बारे में भी गहनता से जानकारी जुटाई गई।
सभी जानकारियां इकट्ठा करने पर प्रकाश में आया कि मृतक का बेटा अनुराग नशा करने का आदी है जिसका आपराधिक किस्म के लोगों से मिलना-जुलना भी है। इसके अतिरिक्त अनुराग अपने पिता के कहने सुनने में भी न होने की बात भी सामने आयी।
शुरुआती कई एंगल पर काम करते हुए जब कोई सफलता हासिल नहीं हुई तब विवेचना का एंगल बदलते हुए टीम ने गहनता के साथ मृतक के पुत्र अनुराग के आपराधिक प्रवृत्ति वाले सभी दोस्तों की कई माध्यमों से जानकारी प्राप्त पर प्रकाश में आए प्रिंस खटाना नामक संदिग्ध की जानकारी की तो पता चला कि उक्त संदिग्ध व अनुराग आपस में गहरे परिचित हैं साथ ही ये भी पता लगा कि घटना के दिन प्रिंस खटाना नोएडा से हरिद्वार आया था।
इस पर पुलिस टीम ने हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो प्रिंस खटाना ने अनुराग के कहने पर जोगिंदर की हत्या कराने की बात स्वीकार की। पुलिस टीम ने प्रिंस खटाना की निशांदेही पर घटना में सम्मिलित तीनों शूटरों को नोएडा क्षेत्र से दबोचा एवं घटना के लिए मोटरसाइकिल उपलब्ध कराने के आरोपी अंशुल को दबोचकर घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद की गई।
टेक्निकल एविडेंस एवं घटना में प्रकाश में आये सभी तथ्यों के आधार पर बारीकी से पूछताछ की गई तो षडयंत्र के मुख्य आरोपी अनुराग के पास पुलिस के अकाट्य सबूतों का कोई जवाब नहीं था। अनुराग ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए अपने पिता की हत्या करने की बात कबूली।
हत्या का कारण-
पिछले करीब चार-पांच सालों से अनुराग की कई ऐसे लड़कों से दोस्ती थी जो नशे के आदी थे। अक्सर घर से बाहर रहने के कारण दोस्तों के खर्च भी अनुराग को ही उठाने पड़ते थे जिस कारण उसने कई बार घर से पैसा भी चोरी किया। नशे की आदतों व यारी दोस्ती की जानकारी होने पर अनुराग के पिता जोगिंदर ने उससे मारपीट कर कई बार उसे घर में ही बंद करने लगे लेकिन अनुराग की आदतों में कोई सुधार नहीं हुआ।
बार-बार की रोक-टोक बंद कराने का प्लान बना रहे अनुराग की मुलाकात आपराधिक किस्म के लड़के प्रिंस खटाना से हुई। अनुराग ने प्रिंस खटाना को कहा कि यदि मेरे पिता के हत्या हो गई तो सारी प्रॉपर्टी मेरे पास आ जाएगी और उस प्रॉपर्टी में से तुम्हें लगातार कुछ न कुछ पैसे देता रहूंगा, तुम्हें कभी पैसों की कमी नहीं रहेगी। जिस पर प्रिंस खटाना ने डील स्वीकार कर शूटरों की व्यवस्था होते ही कुछ ही दिनों में अनुराग के पिता की हत्या करवाने का आश्वासन दिया।
प्रिंस खटाना ने घटना से कुछ दिन पहले कृष्णा नगर आकर घर की रैकी की और तय योजना के अनुसार 27 तारीख को शूटर्स ने अकेले बैठे जोगिंदर को गोली मार दी।
पुलिस पर बरसा ईनाम
सफल खुलासे पर पुलिस टीम की पीठ थपथपाते हुए आईजी रेंज करण सिंह नगन्याल द्वारा ₹15000/- व एसएसपी हरिद्वार द्वारा ₹10000 इनाम की घोषणा की गई। पुलिस टीम के उत्साहवर्धन हेतु अन्य पारितोषिक के लिए रेंज एवं मुख्यालय स्तर के अधिकारियों से भी वार्ता की जा रही है।
पकड़े गए हत्यारोपियों के नाम
1- प्रिंस खटाना पुत्र सतीश खटाना निवासी भराना थाना सिकन्दराबाद जिला बुलन्दशहर उत्तर प्रदेश
2- अनुराग पुत्र स्वर्गीय जोगिंदर निवासी कृष्णानगर, पनियाला रोड़ रुड़की
3- अंशुल कुमार निवासी लक्सर
4- आशिक गुर्जर पुत्र स्व0 महेन्द्र निवासी भराना थाना सिकन्दराबाद जिला बुलन्दशहर उत्तर प्रदेश
5- प्रशान्त खटाना उर्फ काला पुत्र बीरसेन निवासी भराना थाना सिकन्दराबाद जिला बुलन्दशहर उत्तर प्रदेश
6- प्रशान्त यादव उर्फ टीकू पुत्र प्रमोद यादव निवासी कोटा थाना गुलावटी जिला बुलन्दशहर उ0प्र0
बरामद सामान
घटना में प्रयुक्त पिस्टल 32 बोर, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन
पुलिस टीम में इनका रहा सहयोग
पुलिस अधीक्षक देहात स्वप्न किशोर सिंह, पुलिस अधीक्षक अपराध पंकज गैरोला, क्षेत्राधिकारी रुड़की पल्लवी त्यागी, के साथ गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक गोविन्द कुमार, वरिष्ठ उप निरीक्षक जहांगीर अली, उप निरीक्षक प्रवीण बिष्ट, उप निरीक्षक अशोक सिरसवाल, उप निरीक्षक विपिन कुमार का सहयोग रहां
सीआईयू टीम रुड़की में इनका रहा सहयोग
उप निरीक्षक रमेश सैनी, हेड कांस्टेबल सुरेश रमोला, हेड कांस्टेबल अशोक, कांस्टेबल कपिल, कांस्टेबल नितिन, कांस्टेबल महिपाल, कांस्टेबल राहुल, कांस्टेबल रविन्द्र खत्री
सीआईयू टीम हरिद्वार-
निरीक्षक ऐश्वर्या पाल, उप निरीक्षक रणजीत तोमर, कांस्टेबल उमेश
कांस्टेबल वसीम, उप निरीक्षक दिलवर नेगी थाना प्रभारी कलियर का सहयोग रहां

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *