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आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर तड़के चालक को झपकी आने पर तेज रफ्तार स्कार्पियो डिवाइडर से टकराकर दूसरी लेन पर ट्रक से टकरा गई हादसे में पांच की मौत हो गई, जबकि एक डॉक्टर गंभीर घायल है, उसे सैफई पीजीआई रेफर किया गया है। स्कार्पियो कार एक्सप्रेस-वे पर 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी।

कन्नौज में हुए दर्दनाक हादसे में तीन डॉक्टरों समेत पांच की मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया। सैफई के आयुर्विज्ञान विवि के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जेरआर टू डॉ. केतन के भाई की शादी में जाने को लेकर हादसे में जान गंवाने वाले तीनों डॉक्टरों, दो स्टाफ के अन्य लोगों एवं घायल डॉक्टर में उत्साह था।

सभी मंगलवार शाम को बुधवार सुबह तक लौटने का मन बनाकर निकले थे। मंगलवार शाम लगभग 05:20 पर लखनऊ के लिए निकल गए थे। शाम करीब साढ़े आठ बजे पहुंचने के बाद सभी ने शादी समारोह का आनंद लिया।

सभी ने रात लगभग ढाई बजे डॉ. केतन से जाने की बात कही। डॉ. केतन ने उन्हें रात में निकलने से मना किया, लेकिन सभी ने बुधवार सुबह ड्यूटी पर जाने का हवाला दिया और आयुर्विज्ञान विवि के निकल लिए। कन्नौज में तिर्वा के पास वे सभी हादसे का शिकार हो गए। डॉ. केतन को लगभग चार बजे हादसे की जानकारी हुई।

बता दें कि डॉ. केतन ने अपने भाई की शादी के लिए माइक्राबायोलॉजी और बायोकेमेस्ट्री विभाग के साथियों को निमंत्रण दिया था। माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पीजी जेआर वन डॉ. अनिरुद्ध, टेक्नीकल ऑफीसर संतोष कुमार मौर्य, जेआर डॉ. जयवीर सिंह, जेआर डॉ. अरुण कुमार, बायोकेमेस्ट्री विभाग के जेआर डॉ. नरदेव कुमार और माइक्रोबायोलॉजी में जूनियर स्टोर ऑफीसर राकेश कुमार को विशेष रूप से आने के लिए कहा था।

पत्नी से बोले थे संतोष- बस डेढ़-दो घंटे में पहुंच रहा हूं
टेक्निकल ऑफीसर संतोष कुमार मौर्य की पत्नी रीना बायोकेमेस्ट्री विभाग में लैब टेक्नीशियन के पद पर तैनात हैं। संतोष पत्नी से सुबह तक लौटने की बात कहकर गए थे। बुधवार सुबह लगभग तीन बजे रीना की आंख खुली तो उन्होंने पति को फोन किया था। इस पर संतोष ने लखनऊ से निकल लेने की बात कहते हुए साढ़े चार-पांच बजे तक पहुंचने की बात कही थी।
घायल डॉक्टर के इलाज के लिए बनाया गया मेडिकल बोर्ड
हादसे में घायल डॉ. जयवीर सिंह को इलाज के लिए सुबह ही उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के इमरजेंसी में ले आया गया था। यहां उनके इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया था। शाम करीब साढ़े छह बजे हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटीलेटर वाली एंबुलेंस से गुरुग्राम मेदांता ले जाया गया।

आठ माह की गर्भवती हैं डॉ. जयवीर की पत्नी
डॉ. जयवीर सिंह की पत्नी डॉ. नीलम गैस्ट्रो विभाग में तैनात हैं। वह आठ माह की गर्भवती हैं। वह हादसे की जानकारी के बाद बदहवास हो गईं। साथी डॉक्टरों और वरिष्ठों ने उन्हें सांत्वना देकर डॉ. जयवीर के जल्द स्वस्थ होने का ढांढस बांधा।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर बुधवार तड़के 3:30 बजे तेज रफ्तार स्कार्पियो डिवाइडर से टकराकर दूसरी लेन पर जाकर ट्रक से टकरा गई। हादसे में ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) सैफई में पीजी कर रहे तीन डॉक्टरों समेत पांच की मौत हो गई। एक डॉक्टर की हालत नाजुक बनी हुई है, जिन्हें सैफई रेफर किया गया है।

बताया जा रहा है कि स्कार्पियो की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा थी। चालक को झपकी आने के कारण हादसा हुआ है। डीएम-एसपी ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। सभी लोग लखनऊ में एक साथी डॉक्टर के भाई की शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के किलोमीटर 196 पर लखनऊ की तरफ से आ रही तेज रफ्तार स्कार्पियो डिवाइडर से टकराकर पलट गई। कार डिवाइडर फांदकर दूसरी लेन में जा गिरी। इसी बीच आगरा की तरफ से आ रहे ट्रक ने उसमें टक्कर मार दी।

हादसे में कन्नौज की सदर कोतवाली के ग्राम मोचीपुर निवासी डॉ. अरुण कुमार दोहरे, आगरा के कमला नगर ए-5 राधा विहार एक्सटेंशन निवासी डॉ. अनिरुद्ध वर्मा, जिला संत रविदास नगर भदोही के राजपुरा भाग-3 निवासी संतोष कुमार मौर्य, बरेली के बाइपास रोड श्यामा चरण स्कूल के पास नवाबगंज निवासी डॉ. नरदेव सिंह और बिजनौर के जीवनपुर निवासी राकेश कुमार की मौके पर मौत हो गई। मुरादाबाद के बुद्ध विहार 9 बी-568 फेस-2 मझोला योजना नंबर चार निवासी डॉ. जयवीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।

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