जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरियाणा की लोकसभा सीट सोनीपत से कांग्रेस के हरिद्वार महानगर अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट देकर कांग्रेस पार्टी ने सभी को चौका दिया है। सतपाल ब्रह्मचारी मां गंगा की पूजा कर मैदान में उतरने को तैयार है और उनके समर्थकों में भी खुशी है। सतपाल ब्रह्मचारी की टक्कर भाजपा के पूर्व विधायक मोहन सिंह बड़ौली से होगी। दोनों ही प्रत्याशी ब्राह्मण समाज से है, हालांकि सोनीपत सीट जाट बाहुल्य मानी जाती है। सतपाल ब्रह्मचारी का गांव लोकसभा क्षेत्र के जिंद विधानसभा क्षेत्र में है।
दिल्ली से सटे और एनसीआर में शामिल होने के कारण सोनीपत सीट पर सबकी नजर रहती है। सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में नौ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जिनमें- गन्नौर, राई, खरखौदा, सोनीपत, गोहाना, बरोदा, जुलाना, सफीदों, जींद शामिल हैं। इस सीट को भाजपा का इसलिए गढ़ माना जाता है कि पिछली बार कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा जैसे दिग्गज नेता भाजपा प्रत्याशी रमेश कौशिक के सामने हार गए थे।
सोनीपत का क्या है इतिहास?
सोनीपत शहर धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है। महाभारत में इसे स्वर्णप्रस्थ के रूप में जाना जाता था। ये पांडवों द्वारा हस्तिनापुर राज्य के बदले में दुर्योधन से मांगे गए पांच गांवों में से एक था। बंदा सिंह बहादुर के नेतृत्व में सिखों ने 1709 में मुगलों के खिलाफ सोनीपत की लड़ाई लड़ी थी। शहर में बड़ी संख्या में इंडस्ट्री होने के कारण इसे इंडस्ट्रियल सिटी के तौर पर भी जाना जाता है।
सोनीपत में चुनाव का क्या है कार्यक्रम?
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए कार्यक्रम के अनुसार सोनीपत लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा। हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर 25 मई को ही चुनाव होना है. मतगणना और नतीजों की घोषणा की तारीख 4 जून है।
सोनीपत सीट पर किस पार्टी से कौन उम्मीदवार?
भाजपा ने इस बार सोनीपत सीट पर अपना उम्मीदवार बदला है। पार्टी ने इस बार रमेश कौशिक की जगह मोहन लाल बड़ौली को टिकट दिया है। बड़ौली 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में राय विधानसभा सीट से जीते थे। इनेलो, जेजेपी, कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
पिछले लोकसभा चुनाव का रिजल्ट
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के रमेश कौशिक ने इस सीट पर लगातार दूसरी बार जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को हराया था। रमेश कौशिक को 5,87,664 वोट मिले थे जबकि हुड्डा को 4,22,800 वोट मिले थे। 2014 के चुनाव में भी रमेश कौशिक ने इस सीट पर बड़ी जीत दर्ज की थी। 2020 में बडौली को भाजपा सोनीपत का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके अलावा, 2021 में, उन्हें प्रदेश महामंत्री के पद के साथ हरियाणा भाजपा की कोर टीम में शामिल किया गया। मोहन लाल बडोली का जन्म 1963 में हरियाणा के सोनीपत जिले की राई तहसील के बडोली गांव में हुआ था। उनके पिता, कली राम कौशिक, अपने गांव में एक प्रतिष्ठित कवि थे और जांटी, सोनीपत के कवि पंडित लखमी चंद के शौकीन थे। वह एक किसान और व्यापारी हैं।
सोनीपत लोकसभा सीट के समीकरण
सोनीपत लोकसभा सीट में आने वाली नौ विधानसभा सीटों में से पांच पर कांग्रेस, एक पर JJP और तीन पर बीजेपी के विधायक हैं। यहां पर हुड्डा परिवार का काफी प्रभाव है। जाट मतदाताओं को यहां निर्णायक माना जाता है।
सतपाल ब्रह्मचारी ?
सतपाल ब्रह्मचारी सोनीपत लोकसभा क्षेत्र की जींद विधानसभा के गांव गंगोली में पैदा हुए थे।सतपाल ब्रह्मचारी 2003 में कांग्रेस के टिकट पर हरिद्वार नगर पालिका के चेयरमैन रह चुके हैं। इसके बाद वे 2012 और 2022 का विधानसभा हरिद्वार से चुनाव लड़ चुके हैं।