जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। नगर कोतवाली पुलिस की सतर्कता से नकली नोट चलाने आ रहे गिरोह के सदस्यों को पकड़ लिया गया। उनके पास से 17,700 रुपये के नकली नोट मिले। वे इन नकली नोटो को हरिद्वार में चलाने के लिए आए थे। ये नोट कहां से लिए और गिरोह में कौन—कौन है, इनकी जानकारी जुटाई जा रही है।
चारधाम यात्रा एवं लगातार धर्मनगरी हरकी पैडी में स्नान व पर्वो के दृष्टिगत चैकिंग अभियान जारी है। पुलिस लगातार हर संदिग्ध और हर पहलुओं पर जांच कर रही है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार सतर्क दृष्टि बनाये रखने व जनपद में सभी आने -जाने वाले संदिग्ध व्यक्तियो एवं वाहनो की कडाई से चैकिंग अभियान जारी है। कोतवाली नगर पुलिस द्वारा चौकी सप्तऋषि के द्वारा संदिग्ध वाहन एवं व्यक्तियो की चैकिंग के दौरान एक संदिग्ध कार को रुकवाया गया। संदिग्ध वाहन कार MARUTI TOURS जिसका नम्बर HR38Y9878 सफेद रंग को चैक किया तो उसके अन्दर बैठे 02 व्यक्ति संदिग्ध नजर आए।

कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि दोनो की तलाशी ली गयी तो गौरव के पहनी शार्ट नेकर की जेब से 500-500 रुपये के कुल 15 नोट बरामद हुये जिन पर एक ही सीरियल नम्बर 9UG 124670 अंकित हैं। प्रिन्स की जामा तलाशी में पहनी काली पेंट की जेब से 100-100/- रुपये के कुल 102 नोट बरामद हुये हैं जिन पर एक ही सीरियल नम्बर OLE 475026 अंकित था।
नकली नोटो के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर बताया कि आजकल हरिद्वार में काफी भीड-भाड हो रखी है जिसका फायदा उठाकर बाजार में हम लोग नकली नोट को असली नोट में चलाने की योजना थी। गौरव व प्रिन्स उपरोक्त से बरामद नकली नोटो को कब्जे में लिया गया व दोनो को गिरफ्तार कर इनके विरुद्ध थाना कोतवाली नगर हरिद्वार में मुकदमा दर्ज किया गया।
आरोपियों के नाम एवं पता
1- गौरव पुत्र सतीश कुमार निवासी C-179 नियर ओल्ड पोस्ट आफिस डबुआ कालोनी थाना इबुआ जिला फरीदाबाद हरियाणा उम्र 28 वर्ष,
2- प्रिंस पुत्र रविन्द्र निवासी गली नं0 5 विकास कुंज लोनी थाना टोनीका सिटी जिला गाजियाबाद उ0प्र0 उम्र 19 वर्ष
बरामदगी का विवरण
(कुल बरामद नकली धनराशि 17700/-रुपये)
500-500/- रुपये के कुल 15 नोट- (अभियुक्त गौरव उपरोक्त से बरामद)
100-100/- रुपये के कुल 102 नोट -(अभियुक्त प्रिन्स उपरोक्त से बरामद)
पुलिस टीम के नाम
नगर कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर रितेश शाह, एसआई वीरेन्द्र चन्द रमोला, एसआई आशीष नेगी, हेड कांस्टेबल प्रदीप पवांर, कांस्टेबल जसविन्दर का सहयोग रहा।