जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
पुलिस की कैद से फरार हुए बदमाश ने हरिद्वार में 6 महीने का समय बिताया। इसकी भनक हरिद्वार पुलिस को नहीं लगी, लेकिन वह एक गलती से फिर से मुजफफरनगर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। छह महीने पहले पुलिस हिरासत से भागे बदमाश को सिविल लाइंस पुलिस और एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित शनिवार देर शाम अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए हरिद्वार से आया था। बदमाश की फरारी के मामले में एसएसपी ने एक सिपाही को निलंबित कर दिया था।
सिविल लाइंस थाना प्रभारी ओम प्रकाश सिंह ने बताया, चरथावल थाना क्षेत्र के रोनी हाजीपुर गांव निवासी सुमित कुमार पुत्र सत्य प्रकाश सिंह ने 28 नवंबर को एडीजे 15 की कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था। न्यायाधीश ने उसे पुलिस कस्टडी में जेल भेजने के आदेश दिए थे।
पुलिस जब उसे लेकर जेल जा रही थी। तभी आरोपित सुमित कुमार पुलिस हिरासत से भाग गया था। इस मामले में एसएसपी ने सिपाही पवन को निलंबित कर दिया था और सुमित पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था।
छह महीने से तलाश कर रही थी पुलिस
थाना प्रभारी ने बताया, तभी से सुमित की तलाश में पुलिस लगी हुई थी। उन्होंने बताया शनिवार शाम को एसओजी प्रभारी सुभाष अत्री को सूचना मिली थी कि 25 हजारी सुमित रामपुर चौराहा निवासी अपनी प्रेमिका से मिलने आ रहा है। सूचना के आधार पर एसओजी और सिविल लाइन पुलिस में जाल बिछा कर आरोपित सुमित को गिरफ्तार कर लिया।
गैर जमानती वारंट थे जारी
सिविल लाइंस थाना प्रभारी ओम प्रकाश सिंह ने बताया, 2012 में सुमित ने चोरी की बाइक खरीदी थी और सुमित के खिलाफ भोपा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले में वह जेल गया था। जमानत पर बाहर आने के बाद सुमित कोर्ट में पेश नहीं हो रहा था। इस संबंध में कोर्ट ने सुमित के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए थे और इसी मामले में सुमित ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था।
