जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरिद्वार के नगर निगम में कुल भूमि 23,004 वर्ग मीटर खरीद में हुए घोटाले में करीब 18 करोड़ रुपये विक्रेताओं से वापस लेने का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर हुई जांच में जांच अधिकारी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रणवीर चौहान ने जांच पूरी करने के बाद जांच रिपोर्ट नगर विकास सचिव को सौंप दी गई है। अब यह रिपोर्ट उत्तराखंड के चीफ सेक्रेटरी आनंद वर्धन के पास जाएगी उसके बाद रिपोर्ट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंप दी जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का स्पष्ट निर्देश है कि घोटाले के आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे।
हरिद्वार नगर निगम हरिद्वार के पूर्व नगर आयुक्त वरुण चौधरी का कारनामा सबके सामने है। नगर निगम ने सराय में 23,004 वर्ग मीटर भूमि खरीदी गई। इस भूमि खरीद के बदले में 53 करोड़ 06 लाख, 96 हजार 565 रुपये विक्रेताओं के खाते में दिए गए। भूमि प्रति बीघा 666.66 मीटर के हिसाब से 34.51 बीघा बैठती है।
इस मामले का खुलासा होने पर हरिद्वार नगर निगम के पूर्व नगर आयुक्त वरुण चौधरी ने अपने को पाक साफ बताते हुए सवाल उठाने वाले पत्रकारों को फांसी पर चढ़ाने की चेतावनी दी। हालांकि उसके बाद आईएएस वरुण चौधरी किस बिल में घुस गए, अभी तक उनके दर्शन किसी को नहीं हुए। इस भूमि की खरीद फरोख्त में कई अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है।
ये है पूरा मामला
नगर निगम हरिद्वार की ओर से सराय में भूमि खरीदी गई। भूमि खरीद फरोख्त में बड़ा घोटाला हुआ। भूमि खरीदने से पहले भूमि लैंडयूज बदला गया। 16 अक्टूबर 2024 के अन्तर्गत खाता सं0 75 खसरा सं० 121 क्षेत्रफल 0.5230 हैक्टेयर भूमि स्थित सराय परगना ज्वालापुर तहसील व जिला हरिद्वार को अपने व्यवसायिक प्रयोजन हेतु ज०वि०अधिनियम की धारा 143 के अन्तर्गत अकृषिक घोषित किया जाता है। इसी प्रकार अन्य खसरा नंबर 99/1, 122/4 को अकृषि किया गया। इसमें खसरा संख्या 96/1 को अकृषि नहीं किया गया, लेकिन उसे भी 6510 रुपये मीटर के हिसाब से खरीदा गया। उसमें 0.3794 हैक्टेअर भूमि के तौर पर खरीदा गया।
कुल भूमि 23,004 वर्ग मीटर खरीदी गई, जोकि प्रति बीघा 666.66 मीटर के हिसाब से 34.51 बीघा बैठती है। यह भूमि 53 करोड़ 06 लाख, 96 हजार 565 रुपये की नगद में खरीदी और 5 प्रतिशत के हिसाब से करीब 2 करोड़ 70 लाख रुपये का स्टाम्प और दो बार में एक लाख—एक लाख रुपये की चार—चार यानि आठ रसीद कटवाई गई। 4 रजिस्ट्री की लिखाई 12 हजार रुपये होती है। 55 करोड़ 78 लाख 96 हजार 655 रुपये की होती है।

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