जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। सोमवार को पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में होली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने चरण पादुका पर संतों और पत्रकारों को अबीर गुलाल लगाकर होली के रंगों में सराबोर हो गए। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में रंगों के पावन पर्व होली की शुरुआत पूजा अर्चना के बाद पारंपरिक रूप से की गई। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने सभी संतों को अबीर गुलाल लगाकर होली की शुरुआत की। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज कुमाऊं और गढ़वाल की पारंपरिक होली के गीतों पर खूब झूमे। होली खेले माने में..,नगर में जोगी आया.., जो कान्हा के खेलोगे होली.., राधे राधे ओ मिलेंगे कुंज बिहारी आदि गीतों पर संत जमकर झूमे और होली खेली।
श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि होली भारतीय संस्कृति का सबसे खूबसूरत और हर्ष और उल्लास का पर्व है। होली का त्यौहार समाज में एकता और समरसता का संदेश देता है। यह पर्व भारतीय संस्कृति की विशेष पहचान है। देश की एकता बनाए रखने के लिए मिलजुल कर पर्व बनाने चाहिए। सभी मतभेदों को बुलाकर एक दूसरे को गले लगाने की प्रेरणा होली प्रदान करती है। साथ ही रंग का त्यौहार होने के कारण भी होली हमें प्रसन्न रहने की प्रेरणा देती है। इस अवसर पर हरिद्वार के कई बड़े संत और पत्रकार मौजूद रहे।