जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। लोकसभा चुनाव से पहले लंबे समय से या तीन साल से एक ही जनपद में तैनात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के जिले बदले जाएंगे। साथ ही पुलिस थानों और चौकियों के प्रभारी भी जल्द बदले जाएंगे। दोनों कामों के लिए सूची जल्द ही तैयार हो जाएगी। लंबे समय से जमे हुए अधिकारियों को चिंता सताने लगी हैं। वे मेडिकल बनवाने के साथ माता—पिता की सेवा या अन्य पारिवारिक कारण भी तलाशने लगे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले एक जनपद में या जिनके गृह जनपद में तैनाती है, उन्हें अन्य जनपदों में भेजा जाएगा। थाना कोतवालियों में भी दारोगा और इंस्पेक्टरों के साथ सीओ के तबादले बड़ी तादात में होंगे। पुलिस थानों में तो तबादले होते ही रहते हैं, लेकिन प्रशासनिक विभागों में कई—कई साल से एक कुर्सी पर जमे हुए अधिकारियों को चिंता सताने लगी है कि उन्हें दूसरे जनपदों में जाकर व्यवस्थाएं जुटानी होगी। दूसरे जनपदों पर जाने से बचने के लिए वे बीमारी आदि के साथ तमाम बहाने तैयार करने लगे हैं, ताकि उनका दूसरे जनपदों में तबादला नहीं हो।
जनपद में अधिकांश थाने और चौकियों के प्रभारी हाल में ही बदले गए हैं, लेकिन इनमें कई दारोगा और इंस्पेक्टर कई सालों से हरिद्वार जनपद में हैं, तो उन्हें दूसरे जिलों में भेजा जाएगा, ऐसे में दूसरे दारोगाओं और इंस्पेक्टरों को मौका मिला मिलेगा। जनपद में ऐसे अनेक इंस्पेक्टर और दारोगा है जोकि लंबे समय से थानों के प्रभारी है, हालांकि उनके थाने बदलते रहे हैं।
