जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। दिल्ली—हरिद्वार हाईवे पर रानीपुर झाल के पास दो पक्षों के बीच हुई मारपीट में ​पिस्टल लहराई। हरिद्वार निवासियों का आरोप है कि उनकी गाड़ी को दिल्ली निवासियों ने पीछे टक्कर मारी, तो दिल्ली निवासियों को आरोप है कि उनकी कार को रिकवरी करने वालों ने जबरदस्ती रोकी। मामला अब ज्वालापुर कोतवाली में पहुंच गया है। दोनों पक्षों ने कोतवाली में तहरीर देकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए हैं।
बहादराबाद के पास
मंगलवार की दोपहर को करीब एक बजे गौरव पुत्र धीरेंद्र सिंह निवासी खानपुर, एमके धीमान निवासी जगजीतपुर, कपिल पुंडीर पुत्र मनोज कुमार निवासी राजा गार्डन अपनी कार में बैठकर हरिद्वार से रुड़की जा रहे थे। जब ये हरिद्वार से निकले और जैसे ये रानीपुर झाल के पास पहुंचे, पीछे से आ रही एक कार किया कंपनी की डीएल नंबर की थी। उसने गौरव आदि की कार स्विफट में पीछे से टक्कर मार दी। जिसमें कार में सवार लोगों ने गौरव आदि पर हमला करते हुए पिस्टल तान दी। मारपीट होने पर गौरव आदि ने शोर मचाया तो मौके पर खड़े कुछ लोगों ने बीच बचाव किया। जिसमें गौरव, कपिल, रवि को चोंटे लगी है। जांच में सामने आया है कि जो दिल्ली वालों की कार पर नंबर प्लेट लगी थी वह किसी एक्सयूवी कार की थी।


दूसरा पक्ष: दिल्ली पुलिस वालों के अनुसार
दिल्ली के रोहिणी जिले की एंटी स्नैचिंग सेल में तैनात एएसआई मनोज कुमार ने ज्वालापुर कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि वह दिल्ली के थाना बेगमपुर में दर्ज एक मुकदमे के आरोपियों की तलाश में वह हैड कांस्टेबल राजेंद्र और नवीन, कांस्टेबल शैलेश के साथ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लिए निकले थे। मंगलवार की दोपहर हरिद्वार से दिल्ली लौटने दौरान ज्वालापुर में हाईवे पर झिलमिल ढाबा के पास तीन चार युवकों ने उनकी प्राइवेट कार रोक ली और चाबी निकालने लगे। बदतमीजी करते हुए गाड़ी साइड लगाने को कहा। कार चला रहे हेड कांस्टेबल राजेंद्र ने गाड़ी साइड में लगाई तो आरोपितों ने बताया कि वह फाइनेंस वाले हैं और कार की ईएमआई टूटी हुई है। इसलिए कार उठाई जाएगी। आरोप है कि पुलिस टीम ने उनसे परमिशन मांगी तो उन्होंने गाली-गलौच शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों ने अपना परिचय देते हुए दिल्ली पुलिस का आई कार्ड भी दिखाया। लेकिन उन्होंने गाली गलौच व धक्का मुक्की करते हुए अपने 10-12 और साथियों को बुला लिया। स्कूटी और बाइक पर लाठी डंडे लेकर पहुंचे आरोपितों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। मजबूरी में पुलिसकर्मी ने जब सरकारी पिस्टल दिखाई तब उन्होंने मारपीट बंद की और गाली-गलौच करने लगे। लोकल पुलिस को फोन करता देख आरोपित दिल्ली पुलिस का आई-कार्ड छीन कर अपनी गाड़ियों से फरार हो गए। घायल पुलिसकर्मी राजेंद्र और शैलेश का मेडिकल कराने के बाद पुलिस को तहरीर दी गई। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी रमेश सिंह तनवार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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