जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हाईकोर्ट के आदेश पर रायवाला चंडीघाट से लेकर भोगपुर तक खनन पर रोक है, लेकिन कटारपुर क्षेत्र के स्टोन क्रशर संचालक निरंतर अवैध खनन करवा रहे हैं। 24 घंटे भैसा बुग्गियों से गंगा में पत्थर निकलवाया जा रहा है, जिसे कटारपुर क्षेत्र के स्टोन क्रशर और भंडारण वाले खरीद रहे है। इस अवैध खनन की वीडियो निरंतर वायरल हो रही है। ये वीडियो वायरल करने वाले कोई और नहीं, बल्कि खनन कराने वाले ही है। सुनने में तो यह भी आ रहा है कि यदि ये अवैध खनन बंद नहीं हुआ तो खूनी संग्राम भी हो सकता है।
मातृसदन की याचिका पर रायवाला से भोगपुर तक गंगा में खनन कराना पूरी तरह से प्रतिबंध है। खनन से हुए नुकसान का आकलन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ शासन स्तर की टीम कई बार करवा चुकी है। इस रिपोर्ट को हाईकोर्ट में भी प्रस्तुत किया गया है। अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद स्थानीय खनन करने वाले कारोबारियों ने खनन करने का पुराना तरीका अपनाया है, जिसमें भैसा बुग्गियों को गंगा में उतारकर पत्थर निकाला जा रहा है। भैसा बुग्गियों से खनन सामग्री निकालने की प्रक्रिया को मजदूरों के लिए मुफीद माना गया था, लेकिन अब इस छूट का फायदा बड़े खनन कारोबारी या जिन्हें खनन माफिया की संज्ञा दी हुई, वे इसका भरपूर उठा रहे हैं। अब हाल में ही बिशनपुर क्षेत्र से गंगा में खनन सामग्री निकालते हुए भैसा बुग्गियों की कई वीडियो वायरल हुई है। इन भैसा बुग्गियों की सामग्री कटारपुर क्षेत्र के स्टोन क्रशर वाले खरीद रहे हैं। चर्चा तो आम है कि इन स्टोन क्रशर संचालकों को सह मिली हुई है। ये स्टोन क्रशर मालिक इतने बड़े माफिया बन चुके हैं कि कोई छोटा कारोबारी मैदान में उतर जाए तो उसे बर्बाद करने के लिए पूरा जुगाड़ लगा देते हैं।

इन स्टोन क्रशर पर सप्लाई होने वाले भैसा बुग्गियों की कई वीडियो ग्लोबल न्यूज के पास है।