जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार के अधिकारियों का कारनामा बड़ी सुर्खियों में है। नगर निगम ही मेयर किरण जैसल ने भूमि खरीद मामले में भारी अनियमितता बरते जाने के मामले को उठाया और इसके लिए पार्षदों की समिति भी बनाई। लेकिन इस भूमि खरीद में किस कदर से सरकारी धनराशि का जोकि जगजीतपुर में मेडिकल कॉलेज के सामने से निकली रिंग रोड के बदले में नगर निगम की भूमि के अधिग्रहण के बदले में मिली धनराशि का दुरुपयोग हुआ, इसका जागता जीता उदाहरण सामने है। इस भूमि को बेचने का आफर पिछले नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती को भी आया था, लेकिन उन्होंने नहीं खरीदी, लेकिन जब प्रशासक नियुक्त हुए तो ये खेल खेल दिया गया। हालांकि अब केवल नगर निगम के अधिकारी ही भूमि खरीद मामले में संलिप्त है। जिस भूमि को भूमि मालिक कूड़ों के ढेरों और उठती बदबू के चलते मात्र 10 लाख रुपये बीघा बेचने को तैयार था उसकी भूमि एक करोड़ 74 लाख 83 हजार 832 रुपये बिक गई। —

ये है सर्किल रेट

इस भूमि खरीद में हुए प्रकरण को किस प्रकार अमला पहनाया गया, उसका लेखा जोखा सामने है। —
सराय में कृषि भूमि का सर्किल रेट एक हेक्टेअर का एक करोड़ 95 लाख रुपये है, जोकि 10 हजार वर्ग मीटर के हिसाब से है। एक मीटर का रेट 1950 रुपये प्रति वर्ग मीटर है। जब कृषि भूमि को अकृषि में तब्दील करा लिया गया तो इसका रेट प्रति वर्ग मीटर 9500 रुपये हो गया। यदि उस स्थान पर फलैट बने होते तो उनका सर्किल रेट मय बनाई कीमत के 24000 रुपये वर्ग मीटर है। ऐसे में कृषि भूमि को अकृषि में बदलावकर खेला किया गया और अकृषि कराकर भी उसे तीन गुणा अधिक रेट पर खरीद किया गया।

ये हुआ पहला एग्रीमेंट
ये हुआ दूसरा एग्रीमेंट

इस दिन एग्रीमेंट किए —
लैंडयूज बदलने 16 अक्तूबर—2024 के बाद 29 अक्तूबर को जितेंद्र और धनपाल से रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कराया गया, जबकि सुमन देवी पत्नी जितेंद्र कुमार से 11 नवंबर—2024 को रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कराया गया। नगर निगम के अधिकारियों ने देखा कि जब एग्रीमेंट पर कोई शिकायत नहीं है तो पिछली एग्रीमेंट धनपाल और जितेंद्र से इसी दिन यानि 11 नवंबर को रजिस्ट्री करा ली गई। फिर सुमन से 29 नवंबर को रजिस्ट्री करा ली गईं।
इस दिन हुई रजिस्ट्री —
— 11 नवंबर—2024 को रजिस्टेशन नंबर 9332 को 9966 वर्ग मीटर जितेंद्र से खरीदी गई। कीमत —
— 11 नवंबर —2024 को रजिस्ट्रेशन नंबर 9333 पर 2390 वर्ग मीटर धनपाल से खरीदी गई।

ये हुई पहली रजिस्ट्री

— 29 नवंबर—2024 को रजिस्ट्रेशन नंबर 9931 पर 6920 वर्ग मीटर सुमन पत्नी जितेंद्र से खरीदी।
— 29 नवंबर — 2024 को रजिस्ट्रेशन नंबर 9932 पर 0.3794 हेक्टेअर सुमन पत्नी जितेंद्र से खरीदी।

ये हुई दूसरी रजिस्ट्री

इस दिन भूमि लैंडयूज बदला —
16 अक्टूबर 2024 के अन्तर्गत खाता सं0 75 खसरा सं० 121 क्षेत्रफल 0.5230 हैक्टेयर भूमि स्थित सराय परगना ज्वालापुर तहसील व जिला हरिद्वार को अपने व्यवसायिक प्रयोजन हेतु ज०वि०अधिनियम की धारा 143 के अन्तर्गत अकृषिक घोषित किया जाता है। इसी प्रकार अन्य खसरा नंबर 99/1, 122/4 को अकृषि किया गया। इसमें खसरा संख्या 96/1 को अकृषि नहीं किया गया, लेकिन उसे भी 6510 रुपये मीटर के हिसाब से खरीदा गया। उसमें 0.3794 हैक्टेअर भूमि के तौर पर खरीदा गया।

भूमि का लैंडयूज बदला

ये है नगर निगम द्वारा खरीदी गई भूमि का ब्यौरा —
कुल भूमि 23,004 वर्ग मीटर खरीदी गई, जोकि प्रति बीघा 666.66 मीटर के हिसाब से 34.51 बीघा बैठती है। यह भूमि 53 करोड़ 06 लाख, 96 हजार 565 रुपये की नगद में खरीदी और 5 प्रतिशत के हिसाब से करीब 2 करोड़ 70 लाख रुपये का स्टाम्प और एक लाख रुपये की चार रसीद कटवाई गई। 4 रजिस्ट्री की लिखाई 12 हजार रुपये होती है। 55 करोड़ 77 लाख 96 हजार 655 रुपये की होती है।

भूमि का लैंडयूज बदला

— 9966 वर्ग मीटर भूमि — 26,16,28,500 छब्बीस करोड़ 16 लाख 28 हजार 500 रुपये में खरीद, जोकि 26250 रुपये प्रति वर्ग मीटर पड़ती है।
— 6920 वर्ग मीटर भूमि — 18,16,50,000 अटठारह करोड़ 16 लाख 50 हजार रुपये में खरीदी। जोकि 26250 वर्ग मीटर के हिसाब से खरीदी गई।
— 2389 वर्ग मीटर— 6,27,19,125 छह करोड़ 27 लाख 19 हजार 125 रुपये में खरीदी, जोकि 26253 रुपये वर्ग मीटर पड़ी।
— 3794 वर्ग मीटर भूमि — 2,46,98,940 दो करोड़ ​छियालीस लाख 98 हजार 940 रुपये में खरीदी, जोकि 6510 रुपये प्रति वर्ग मीटर खरीदी गई।

भूमि का लैंडयूज बदला

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