ब्यूरो रिपोर्ट
कर्जा से परेशान होकर एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली है। मुजफ्फरनगर में शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव खांजापुर में आयुष्मान अस्पताल के डॉक्टर मोहित गिल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मोहित 36 साल के थे। मोहित एक बार पहले भी गायब हो गए थे, लेकिन बाद में आ गए थे। मोहित पर 70—80 लाख रुपये का कर्जा था। वे मेरठ के कस्बा सुरूरपुर के रहने वाले थे।
मुजफ्फरनगर शहर में डॉक्टर मोहित गिल (बीएएमएस) खांजापुर में किराए के मकान में परिवार के साथ रहते थे। उन्होंने वहां से मकान बदल दिया था और वह शहर के मोहल्ला गउशाला में किराए पर लिए नए मकान में सामान रखवा रहे थे। उनकी पत्नी व बेटा नए मकान पर थे और वह खाली किए गए मकान पर अकेले थे। इसी दौरान वहां पर उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
सीओ सिटी आईपीएस व्योम बिंदल ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सीओ सिटी ने बताया कि मृतक ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसकी जांच की जा रही है। आत्महत्या करने के कारण का अभी पता नहीं चला है।
