जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
फौजी का कत्ल चचेरे भाई फौजी ने कर दिया। सहारनपुर जनपद के मुंडीखेड़ा गांव में हुए सेना के जवान विक्रांत हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। हत्या में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया कि आरोपी भी सेना का ही जवान है।
सहारनपुर जनपद के मुंडीखेड़ी गांव में सेना के जवान विक्रांत हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जिस चचेरे भाई रजत की हत्या में विक्रांत मुख्य गवाह बना हुआ था, उसी के छोटे भाई सूरज फौजी ने दो अन्य आरोपियों के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। पांच साल पहले हुई रजत की हत्या के लिए वह विक्रांत को जिम्मेदार मान रहा था। पुलिस ने रिश्ते में विक्रांत का चाचा लगने वाले आरोपी अंकुश पुत्र विजयपाल निवासी मुंडीखेड़ी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मुख्य आरोपी और उसका साथी अभी फरार है।
यह था मामला
मुंडीखेड़ी गांव निवासी सेना के जवान विक्रांत पंवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिनका शव बृहस्पतिवार सुबह घर से थोड़ी दूर चकरोड़ पर पड़ा मिला था। इस मामले में गांव के ही देवेंद्र पुत्र रकम सिंह नामजद करते हुए रामपुर मनिहारन थाने में केस दर्ज कराया गया था। आरोप था कि विक्रांत के रिश्ते में लगने वाले चचेरे भाई रजत की जुलाई 2020 में चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। इसमें मुख्य आरोपी देवेंद्र है, जो जमानत पर आया हुआ है। रजत की हत्या में विक्रांत मुख्य गवाह थे, जो आठ अप्रैल की गवाही देने के लिए छुट्टी पर आए हुए थे।

इस रंजिश में दिया गया हत्याकांड को अंजाम
पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता करते हुए एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि आरोपी अंकुश से पूछताछ में सामने आया कि रजत हत्याकांड में विक्रांत मुख्य गवाह था। रजत का छोटा भाई सूरज उर्फ भूरा भी सेना में है, जिसकी तैनाती जम्मू-कश्मीर में हैं। वह विक्रांत का सीनियर है। रजत हत्याकांड में भले ही विक्रांत मुख्य गवाह हो, लेकिन अब विक्रांत और देवेंद्र की नजदीकियां बढ़ रही थी।
उनकी नजदीकियां देखकर सूरज उर्फ भूरा अपने भाई रजत की हत्या के लिए विक्रांत को जिम्मेदार मान रहा था और उससे रंजिश रखने लगा। ऐसे में उसने अंकुश को अपने साथ मिला लिया। अंकुश इसलिए साथ मिला कि पिछले साल होली पर विक्रांत ने उसके चाचा किशनपाल से मारपीट कर दी थी। बीच-बचाव में आने पर अंकुश से भी मारपीट की थी। सूरज ने अपने साथी विशाल पुत्र ओमप्रकाश निवासी रागड़ थाना छछरौली जिला यमुनानगर को भी अपने साथ शामिल कर लिया।
एक तीर से दो निशाना लगा रहा था सूरज
सूरज ने योजना बनाई कि विक्रांत की हत्या कर दी जाए। उस पर कोई शक नहीं करेगा और देवेंद्र के साथ केस चल रहा है। विक्रांत की हत्या में देवेंद्र का नाम आ जाएगा। विक्रांत भी मारा जाएगा और देवेंद्र जेल में सजा काटेगा। विक्रांत की छुट्टी का पता चलते ही सूरज भी योजना के तहत छुट्टी लेकर गांव में आ गया। बुधवार देर शाम अंकुश शराब पिलाने के बहाने से विक्रांत को खेत की तरफ लेकर आ गया। वहां पर भी सूरज और उसका दोस्त भी आ गए। वहां बैठकर शराब पी और फिर तीनों ने मिलकर विक्रांत को एक-एक गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद विशाल वहां से फरार हो गया, जबकि सूरज और अंकुश अपने-अपने घर चले गए। यहां तक कि अंतिम संस्कार में भी वह शामिल हुए थे।