जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। जीवन में उतार चढ़ाव तो आते—जाते रहते हैं, लेकिन एक विफलता के बाद कई आयाम गढ़कर क्षेत्र की जनता के दिल में समा जाने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने हरिद्वार में कई मुकाम हासिल किए। जिला पंचायत और ब्लॉकों में एक तरफा भाजपा का बोर्ड बनवाकर और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की झड़ी लगा दी है। जनता ही हर समस्या का समाधान कराने के लिए हर वक्त काम किया है और निरंतर जनता के बीच में बने हुए हैं। कांग्रेस की विधायक निर्वाचित होने के बावजूद उन्होंने हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों की गति को कभी कम नहीं होने दिया। राजनीति और जनता के बीच समर्पण भाव से काम करने करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को मंगलौर विधानसभा में होने वाले उपचुनाव में उतारने के लिए मांग उठने लगी है। जनता चाहती है कि वे विधानसभा पहुंचे और जनता के अधूरे सपनों को पूरा कर सके।
छात्र जीवन से ही समासेवा के साथ राजनीति में उतर चुके गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी में छात्र संघ अध्यक्ष निर्वाचित होने के समय से ही स्वामी यतीश्वरानंद जनता की सेवा के लिए समर्पित है। अपने जुझारूपन और संघर्ष के दम पर भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता बने और 2012 में प्रथम बार चुनाव मैदान में उतरे और जनता के विधायक में रूप में चुना। उनकी विधानसभा क्षेत्र के दूरस्थ क्षेत्रों विकास कार्यों के नाम पर कच्ची सड़कें, नहरों और नदियों पर पुल नहीं, पीने के लिए पानी की विकराल समस्या, शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर गांवों में कुछ नहीं था, लेकिन उन्होंने कांग्रेस की सत्ता होते हुए क्षेत्र में विकास कार्य कराए। 2014 में देश में भाजपा की केंद्र सरकार बनी तो उन्होंने अनेकों कार्य कराए। रवासन नदी पर पुल बनवाने के लिए लंबा संघर्ष किया और पुल बनवाकर जनता को बड़ा तोहफा दिया। वे यही नहीं रूके उन्होंने केंद्र सरकार की मदद से लालढांग क्षेत्र में मॉडल डिग्री कॉलेज खुलवाया। स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाएं मुहैया कराने के साथ क्षेत्र के सरकारी स्कूलों का उच्चीकरण कराने के साथ अच्छी प्रयोगशाला, फर्नीचर, सौंदर्यीकरण आदि के काम तेजी से कराए।
पानी के लिए सरकारी ट्यूबवेल लगवाए, इसी दौरान केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन योजना शुरू की तो प्राथमिकता के साथ प्रत्येक गांव में पानी की टंकी के साथ घर—घर तक शुदृध जल पहुंचाने का काम तेजी से कराया। उनके प्रयास से विधानसभा क्षेत्र में 100 करोड़ से अधिक का काम हुआ। उन्होंने स्वामित्तव योजना का लाभ ग्रामीणों को दिलाने का काम करते हुए उन्हें घर की भूमि का मालिक बनवाया।
लक्सर रोड़ के चौड़ीकरण से लेकर गांवों के जनसंपर्क मार्ग दुरस्थ कराए। पथरी क्षेेत्र में तो गांवों के संपर्क मार्ग कच्चे थे, सभी पक्के कराए। आज तो सभी डामर के साथ सीसी, टाइल्स की सड़कें है। लालढांग, श्यामपुर क्षेत्र में तो बुरा हाल था वहां पर हरद्वारी रोड के साथ सपंर्क सड़कों के जाल बिछवाए।
क्षेत्र में अनेकों गांव क्षेत्र ऐसे थे जिनमें आजादी के बाद से सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं पहुंचा, लेकिन स्वामी यतीश्वरानंद के कड़े संघर्ष से आज शहरों जैसी सुविधाएं गांवों में हैं।
हमेशा जनता के बीच में बने रहने पर उन्हें राज्य सरकार ने कैबिनेट मंत्री बनाया तो क्षेत्र में विकास की नदियां बह निकली। उन्होंने किसानों को सबसे बड़ा तोहफा गन्ने के भाव में 30 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर दिया, साथ ही भुगतान भी समय पर हुआ और गन्ने की पैराई भी समय पर हुई। तोल केंद्र भी किसानों की सुविधा के अनुसार ही स्थापित हुए।
हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा की जनता ने उन्हें 2012, 2017 में विधानसभा भेजा, लेकिन 2022 में कुछ समीकरण बिगड़ने से मामूली अंतर से वे तीसरी बार विधानसभा नहीं पहुंच सकें, लेकिन उन्होंने जनता में और ज्यादा गहरी पैठ बनाई और जनता के प्रेम और दिए गए जनाधार से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा का झंडा बुलंद करा दिया। हरिद्वार जनपद में पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा का चुना गया और जिले के सभी 6 ब्लॉकों में भाजपा के ही ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित हुए। स्वामी यतीश्वरानंद ने जिला पंचायत योजना, पीडब्ल्यूडी, जिला योजना, राज्य वित्त, दीन दयाल उपाध्याय योजना के साथ तमाम योजनाओं से ग्रामीण और कस्बों के विकास कार्य की गति पहले से ज्यादा तेज कराते हुए सड़कों का पक्कीकरण का काम कराया। इसी के साथ जनता की समस्याओं का समाधान हमेशा खुले दरबार में कर रहे हैं।
जनता की सेवा के लिए उनके समर्पण के भाव को देखते हुए मंगलौर विधानसभा में होने जा रहे उपचुनाव में उन्हें भाजपा से प्रत्याशी बनाने की मांग वहां की जनता करने लगी है। क्षेत्रवासी वेद मंदिर आश्रम पहुंचकर उन्हें प्रत्येक कार्यक्रमों में आमंत्रण देकर जनता के विकास के लिए आमंत्रित कर रही है।