EASA कंपनी की नई लिफ्टEASA कंपनी की नई लिफ्ट हुई खराब

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। EASA कंपनी की नई लिफ्ट पूरे एक महीने भर तक नहीं चल सकी। व्यापारी का पूरा परिवार EASA कंपनी के इंजीनियरों की लापरवाही के चलते हुए बाल—बाल बचा। हादसे से पूरा परिवार सदमें में हैं। लिफ्ट में तकनीकि खामी आने से फंसने के बाद EASA कंपनी के अधिकारियों को लोग फोन करते रहे, लेकिन एक घंटे बाद तक भी कोई नहीं पहुंच सका। जैसे तैसे कर लोगों ने पूरे परिवार को बाहर निकाला। ऐसे में सलाह है कि नकालों से सावधान रहे।
महीने भर पहले ज्वालापुर आर्यनगर में खुले सागर रत्ना रेस्टोरेंट की EASA कंपनी की लिफ्ट अचानक खराब होकर बीच में रुक गई और कारोबारी का परिवार अंदर फंस गया। लिफ्ट में कारोबारी व उनकी पत्नी के अलावा दो छोटी बच्चियां भी उनके साथ थी। सांस लेने में तकलीफ होने पर परिवार घबरा गया। आरोप है कि रेस्टोरेंट स्टाफ ने गंभीरता नहीं दिखाई और सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। तब लिफ्ट का शीशा तोड़कर परिवार को बाहर निकाला। करीब आधा घंटे तक कारोबारी के परिवार की सांसें अटकी रही।
पुलिस के मुताबिक, रामनगर ज्वालापुर निवासी व्यापारी गगनदीप अरोड़ा अपने परिवार के साथ रात्रि भोज के लिए आर्यनगर स्थित नव निर्मित सागर रत्ना रेस्टोरेंट गए थे। बताया जा रहा है कि खाना खाने के बाद परिवार के कुछ सदस्य नीचे पहुंच गए। जबकि व्यापारी गगनदीप अरोड़ा, उनकी पत्नी व दो बेटियां लिफ्ट से नीचे आ रहे थे।

EASA कंपनी की नई लिफ्ट
EASA कंपनी की नई लिफ्ट हुई खराब

इसी दौरान रास्ते में EASA कंपनी की लिफ्ट खराब हो गई। बताया जा रहा हैं कि लिफ्ट में फंसे परिवार का दम घुटने पर उन्होंने शोर मचाने का प्रयास किया, लेकिन लिफ्ट शीशे की होने के कारण उनकी आवाज बाहर नहीं आई। परिवार के अन्य सदस्य उन्हें देखने के लिए पहुंचे तो लिफ्ट खराब होने का पता चला और उन्होंने रेस्टोरेट स्टॉफ से मदद मांगी। आरोप हैं कि रेस्टोरेेंट स्टाफ ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। तब उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लिफ्ट का शीशा तोड़ कर फंसे व्यापारी के परिवार को सकुशल बाहर निकाला। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि शिकायत मिलती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।