जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। कांग्रेस की विधायक अनुपमा रावत जी, आपने विधानसभा क्षेत्र में कई बड़ी घोषणा करते हुए उनके प्रस्ताव भी दिए थे, लेकिन उनका किया हुआ, उस पर तो आपने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। आपने अपने प्रस्ताव भोगपुर से कांगड़ी तक पुल बनाने की मांग उठाई थी। साथ ही क्षेत्र में कुंभ विस्तार के साथ क्षेत्र में तहसील और एक उप तहसील बनवाने के लिए प्रस्ताव भी दिया था।
सुकरासा नदी पर पुल को लेकर खूब राजनीति हो रही है। जनता को अपने वोट के बदले आवागमन के लिए अच्छे रास्ते, मूलभूत सुविधाएं चाहिए। विधायक अनुपमा रावत ने विधानसभा में सुकराया नदी पर पुल बनने की प्रक्रिया को सवाल पूछकर श्रेय लेने का प्रयास किया हैं, लेकिन वे अपना प्रस्ताव किसी भी पत्रकार या आमजन को नहीं दिखा सकी। अब बात करते है उनके द्वारा दिए गए प्रस्तावों पर, तो उन्होंने भोगपुर से कांगड़ी तक गंगा नदी पर पुल बनवाने की मांग उठाई थी। लेकिन उन्होंने जनता को इस पुल के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। यदि यह पुल बन जाता है तो जनता को आवागमन में बड़ी सुविधा होगी और दोनों क्षेत्रों की दूरी भी कम हो जाएगी।
इसी के साथ विधायक अनुपमा रावत ने हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में तहसील के साथ एक उप तहसील बनवाने की भी मांग उठाई थी, तो उनका किया हुआ। यदि क्षेत्र में एक तहसील और एक उप तहसील बन जाए तो जनता को बड़ी सुविधा होगी। भाजपा के जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अरविंद कुमार ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की विधायक पूरी तरह से विफल साबित हुई है। भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनताहित में निरंतर काम कर रहे हैं। कांग्रेस की विधायक जिस सुकरासा नदी के पुल पर श्रेय ले रहीं हैं, उसका प्रस्ताव तक उन्होंने नहीं दिया। यदि वे कोई घोषणा कर दें और उसे पूरा करा दें तो जनता उनका सम्मान करेगी।