जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरिद्वार में आजकल तमंचा गैंग सामने आ रहा है। अमरदीप चौधरी हत्याकांड हो या गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी के छात्रों के गैंगवार, शंकर आश्रम पर फायरिंग, सिंहद्वार पर चैन छीनने प्रकरण में तमंचा से फायरिंग, रानीपुर मोड पर तमंचा कांड और अब सराय कांड, बहादरपुर जट्ट में राजन हत्याकांड, कनखल की वाल्मिकी बस्ती में फायरिंग, सराय मंडी के सामने छात्रों के बीच फायरिंग, सभी जगह देशी तमंचा ही सामने आ रहे हैं। हालांकि पुलिस कार्रवाई कर रही है। लेकिन जांच का विषय है कि इतने तमंचे धर्मनगरी में कहां से आ रहे हैं और इनके लिए कारतूस की सप्लाई कहां से हो रही है।
धर्मनगरी में अवैध हथियारों के प्रयोग के मामले लगातार सामने आ रह हैं। भरे बाजारों में तमंचों के फायरिंग के साथ अन्य मामले सामने आ रहे हैं। अवैध तमंचों से दो चर्चित हत्याकांड हो चुके हैं। जगजीतपुर में अमरदीप चौधरी हत्याकांड में तमंचे से ही उसे गोली मारी गई। बहादरपुर जट्ट में हुए राजन हत्याकांड में भी तमंचा का ही प्रयोग हुआ। रानीपुर मोड पर हुआ प्रकरण सभी के सामने है। एक ही आदमी दो तमंचे लेकर नजर आया। अब सवाल उठता है कि ये अवैध तमंचों वालों का मंसूबा किया है। हालांकि हरिद्वार पुलिस बहुत ही सख्ती से इनपर कार्रवाई कर रही है, लेकिन फिर भी नए—नए प्रकरण सामने आ रहे हैं। इन अवैध तमंचों के प्रकरण सामने आने से आमजन में दहशत का माहौल है। युवा आयु की ओर बढ़ रहे बच्चों को इन आसामाजिक तत्वों से बचाना मुश्किल हो रहा है।
