ब्यूरो
हरिद्वार से भेजे गए पवित्र कलश से नेपाल में गंगाजल से पशुपतिनाथ मंदिर में जलाभिषेक होगा। यह कलश 30 नवंबर को नेपाल पहुंच जाएगा।
हरिद्वार के पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के चरण पादुका स्थल से रवाना हुआ पवित्र कलश 27 नवम्बर को लखनऊ से गोरक्षनाथ मठ गोरखपुर के लिए पहुंचेगा। पवित्र कलश 28 नवंबर को भैरवा होते हुए नेपाल की सीमा में प्रवेश कर 30 नवम्बर को पशुपतिनाथ मंदिर में जलाभिषेक किया जाएगा। गंगोत्री धाम के रावल श्री शिवप्रकाश महाराज ने कहा कि मां गंगा की यह पवित्र यात्रा का समापन नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में अभिषेक के साथ सम्पन्न होगा।
हरिद्वार से अपर कुंभ मेला अधिकारी सरदार हरबीर सिंह, मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के परमाध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी, एसएमजेएन पीजी कालेज हरिद्वार के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा के साथ अन्य संतों ने कलश को रवाना किया। अपर कुंभ मेला अधिकारी सरदार हरबीर सिंह ने कहा कि उत्तराखंड से मां गंगोत्री से पशुपतिनाथ मंदिर में जलाभिषेक हेतु पवित्र कलश यात्रा हमारे देश एवं नैपाल के मध्य संबंधाों में प्रगाढ़ता को प्रर्दशित करेगा। हमारे एवं नेपाल के मध्य रोटी एवं बेटी का सम्बन्ध प्राचीन काल से चला आ रहा है। तथा यह परम्परा हमारी सांस्कृतिक विरासत को ओर अधिक मजबूत करेंगी।
मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने देते हुए बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की प्रतिमा व छड़ी मुखीमठ में स्थापित होने के बाद पवित्र गंगा जी का कलश को नेपाल स्थित पशुपति नाथ मंदिर नेपाल में अभिषेक हेतु ले जाए जाने हेतु कल पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के चरण पादुका स्थल पर कल पहुंचा था तथा आज पवित्र कलश को परम्परा गत तरीके से विदाई दी गई।
