जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने मांगे न माने जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी जारी करते हुए 11 मार्च से काली फीती बांधकर कार्य करते हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे। उनका आरोप है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रमुख अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने संज्ञान नहीं लिया। इतना ही नहीं यदि जल्द ही उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड जनपद शाखा हरिद्वार की एक बैठक मेला चिकित्सालय आवासीय परिसर में हुई। सभा की अध्यक्षता दिनेश लखेडा ने की और संचालन राकेश भंवर ने किया।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा, प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर, ऑडिटर महेश कुमार का जिलाध्यक्ष सुरेंद्र, जिला मंत्री राकेश भंवर ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों पर न तो सीएमओ हरिद्वार और न ही पीएमएस, सीएमएस ध्यान नहीं दे रहे है, जिसके कारण कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा ने कहा कि मांगो का शीघ्र निस्तारण न होने दशा में कर्मचारी 11 मार्च से काली फीती लगाकर अपनी ड्यूटी करते हुए धरना प्रदर्शन करेंगे। जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व अधिकारियों और इस कार्य को देख रहे कार्यालय प्रशासन का होगा।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा, जिला मंत्री राकेश भंवर ने कहा कि कर्मचारियों की मांगे निम्न है बैठक में मुद्दा रखा गया कि कर्मचारियों का वर्दी भत्ता नही दिया गया है जिसका शाशनदेश जनवरी 2024 में हो चुका है। कर्मचारियों को या तो सार्वजनिक अवकाश जो सभी को मिलते हैं वो दिए जाएं या फिर पुलिस के चतुर्थ श्रेणी कर्मियों और वाहन चालकों की भांति एक माह का मानदेय दिया जाए। चिकित्सा प्रतिपूर्ति के बिलों का भुगतान किया जाना, कर्मचारियों की वेतन विसंगति, जनपद स्तर पर दूर किया जाना।
सेवानिवृत्त कर्मचारियों के देयकों का भुगतान और आश्रितों की नियुक्ति जल्द से जल्द किया जाना। कांवड़ मेला भत्ता न दिया जाना अत्यंत दुःखद है। 2022 से 2023 तक कांवड़ मेला भत्ता न दिया जाना अफसोसजनक है। कर्मचारियों का उत्पीड़न उनका स्थानांतरण, कर्मचारियों के कार्यो को समय पर न किया जाना। कर्मचारियों की जनपद स्तर पर जीपीएफ बुक पास कराना, सेवा पुस्तिका का पूर्ण न किया जाना अत्यंत दुःखद है। कर्मचारियों के आश्रितों को 30 प्रतिशत योग्यता के आधार पर नियुक्ति दिया जाना।
इस मौके पर महेश कुमार, दिनेश लखेडा, राजेन्द्र तेश्वर, राकेश भंवर, सुरेंद्र, सोम प्रकाश, कामेंद्र सिंह, पप्पू सैनी, राय सिंह, रूपेश, मुनेश, संदीप शर्मा, नीटू, केदार, विजय, संतोष कुमारी, मुन्नी, पुनम, अजय रानी, मूल चन्द्र चौधरी, शीश पाल, विक्रम सिंह आदि शामिल हुए।
