जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। भोजपुरी लोक समिति भेल हरिद्वार ने सरस्वती पूजन कर भंडारा कर सामूहिक भोज किया। उन्होंने हवन एवं पूजा करते हुए लोक कल्याण के लिए प्रार्थना की।
भोजपुरी लोक समिति भेल हरिद्वार द्वारा रामलीला मैदान सेक्टर 5बी, बीएचईएल के शिव मंदिर प्रांगण में 61वां सरस्वती पूजन एवं भण्डारा 2025 का कार्यक्रम बहुत हर्षो-उल्लास के साथ मनाया गया।
मुख्य अतिथि रंजन कुमार महाप्रबंधक ऑपरेशन हीप एवं महाप्रबंधक प्रमुख सीएफएफपी बीएचईएल और समिति अध्यक्ष आलोक शुक्ला मुख्य यजमान संजय सक्सेना पूर्व महाप्रबंधक ने विधिवत रूप से माँ सरस्वती की पूजा सम्पन्न कराई तथा आशीर्वाद ग्रहणकर जन कल्याण के लिए प्रार्थना की।
बीके नंदन, आरयूप्रसाद, संत कुमार, आरआर शर्मा, एनपी राय, विवेक शरण, रितेश श्रीवास्तव, जेबीसिंह, डा. बीएस कुशवाहा, अमित तिवारी, अखिलेश पाण्डेय, डा. एके झा, अजय गुप्ता, संजय सेठ, सुरेश सिंह जय हनुमान, काशीनाथ, गणेश चौधरी, नवीन तिवारी, एचएलबिंद, डीएन यादव और गौरव ओझा आदि भी सचिव सुनील गुप्ता के साथ इस पूजन के साक्षी बने तथा हवन में आहूति देकर सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय का संदेश दिया। पूजन एवं हवन के पश्चात छोटे बच्चों के मध्य कलम व कॉपी वितरित कर उनका विद्याआरम्भ संस्कार किया गया। तत्पश्चात व्यापक रूप से उपस्थित लोगों ने माँ सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त किया व प्रसाद ग्रहण कर इस आयोजन के लिए भोजपुरी लोक समिति की भूरि भूरि प्रसंशा की। मुख्य अतिथि रंजन कुमार महाप्रबंधक ऑपरेशन हीप एवं महाप्रबंधक प्रमुख सीएफएफपी बीएचईएल एवं अन्य उपस्थित अधिकारियों ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए भोजपुरी लोक समिति के सदस्यों को बधाई दी तथा भविष्य मे पूर्ण सहयोग का आश्वासन भी दिया।
इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष डीएन यादव, राधेश्याम, गौरव ओझा, सचिव सुनील कुमार गुप्ता, सह सचिव रवि यादव, डीएस बंद, कोषाध्यक्ष विजेंद्र कुमार वर्मा, उप कोषाध्यक्ष छोटे लाल, विनोद चौधरी, आय व्यय निरक्षक एएन पाण्डेय, मीडिया प्रभारी शिव शंकर पाण्डेय, आरए उपाध्याय, विनोद सिंह, अंगद यादव, विनोद चौधरी, चंद्रशेखर सिंह, केएन राय, अतुल राय, विजय सिंह, पीके पाण्डेय, रविंद्र यादव, वीके श्रीवास्तव, अमृत रंजन, संजय, चिरंजीव,छोटेलाल, शिव कुमार, हरिकेश, जेपी वर्मा, धनंजय, संजीत, राजीव, राजकुमार, रामनिवास, सुनील, संतोष, राजेश, कृष्ण कुमार, प्रभात त्रिपाठी,व अन्य सदस्य उपस्थित थे।