जोगेंद्र मावी, ब्यूरो

नैनीताल में पढ़ाई कर रहे पीएचडी छात्र की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। छात्र के पिता ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरोप है कि डॉक्टर ने दवा की ओवरडोज देकर छात्र का लिवर खराब कर दिया था। इसके कारण उसकी मौत हुई है।

जलालपुर मार्ग निवासी बिजेंद्र सिंह गाजियाबाद में शास्कीय अधिवक्ता दीवानी है। उन्होंने बताया कि 14 जनवरी माह में इकलौते बेटे आशुतोष तोमर(26)की तबीयत खराब हो गई थी। वह स्थानीय अस्पताल में आशुतोष को लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने बुखार के साथ पीलिया होना भी बताया। डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने आशुतोष को उनके यहां तीन दिन के लिए भर्ती कर दिया, लेकिन तीन दिन में उसकी हालत अधिक बिगड़ गई। इसके बाद डॉक्टर ने आशुतोष को गाजियाबाद ले जाने की सलाह दी। वहां उन्हें पता चला कि ओवरडोज दवा देने के कारण मरीज के लिवर पर असर पड़ा है, इसके बाद वह उसे दिल्ली ले गए जहां 23 जनवरी को उपचार के दौरान आशुतोष की मौत हो गई। आशुतोष तोमर आर्य भटट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान नैनीताल से पीएचडी तृतीय वर्ष के छात्र थे। गाजियाबाद सीएमओ से बिजेंद्र सिंह ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते शिकायत की है। मामले में सीएमओ द्वारा जांच बोर्ड गठित किया गया है।

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