जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। मित्र पुलिस के नाम से पहचान बना चुकी उत्तराखंड पुलिस के एक दारोगा ने मात्र 20 लाख रुपये के लिए अंधी महिला और उसके पुत्र की हत्या कर शव को नाले में फिकवा दिया। मामले से जनता बेखबर थी, लेकिन हरिद्वार पुलिस ने ईमानदारी निभाते हुए अपने लाइन में तैनात दारोगा छुन्ना सिंह को नहीं ​बख्शा। पूछताछ में आए तथ्यों के आधार पर महिला के शव की तलाश की जा रही है। पुलिस टीम को एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने 10,000 रुपये देने की घोषणा की। एसएसपी ने बताया कि ये एक मन को झकझोरने वाला हत्याकांड है जिसका पुलिस ने वादी बनकर कड़ी-से-कड़ी जोड़ते हुए बढ़िया खुलासा किया है, जो भी इसमें शामिल है उसे जेल भेजेंगे।
आमजन की नजर से ओझल इस प्रकरण की शुरुआत झबरेड़ा क्षेत्र के एक नाले से होती है जहां एक अज्ञात युवक का शव बरामद होता है। स्थानीय स्तर पर दी गई सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव के पंचायतनामें की कार्यवाही करने के साथ ही युवक की पहचान के प्रयास शुरु किए।
मृतक की कमीज पर अंकित टेलर के टैग/ विजिटिंग कार्ड की पड़ताल करते हुए पुलिस टीम पहले टेलर और उसके बाद मृतक के बताए जा रहे घर पर पहुंची तो जानकारी मिली कि मृतक की मां ने बीते वर्ष के दिसंबर माह में उक्त मकान की रजिस्ट्री 20 लाख रुपए में कर कुछ दिन पहले ही नए मकान मालिक को कब्जा दे दिया था। कब्जा देने के बाद मृतक और मृतक की दृष्टिहीन माता कुछ अन्य लोगों के साथ वहां से चली गई थी।
कार्रवाई का फीडबैक ले रहे एसएसपी ने अपराधियों के खिलाफ सख्त छवि के अनुरुप अब तक की प्रगति की समीक्षा करते हुए टीम को पूरे मामले को जल्द से जल्द ओपन करने के लिए अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
नए मकान मालिक से मिले संदिग्ध मोबाइल नम्बर के आधार पर मृतक की मां की तलाश एवं शव सम्बन्धित पड़ताल की गई तो सारा मामला धीरे-धीरे खुलकर पूरी तरह से सामने आ गया। विवेचना में सामने आए सबूतों के आधार पर पुलिस टीम ने इस हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल पुलिस लाइन रोशनाबाद हरिद्वार में तैनात 01 दारोगा छुन्ना सिंह व 02 अन्य को दबोचा लिया। प्रकरण में अन्य की संलिप्तता की पड़ताल करते हुए पुलिस टीम पकड़ में आए हत्यारोपियों से पूछताछ के आधार पर महिला का शव बरामद करने का प्रयास कर रही है जो हत्यारोपियों के मुताबिक उन्होंने उसके बेटे के शव से अलग कहीं दूर फेंका था।
ये था पूरा मामला —
बिना पति अपने बेटे नरेन्द्र उर्फ राजा का पालन पोषण कर रही कांठ मुरादाबाद निवासी दृष्टिहीन ममता ने वहां की अपनी प्रॉपर्टी बेचकर रोजगार की तलाश में करीब डेढ़ साल पहले हरिद्वार का रुख किया और प्रॉपर्टी बेचकर आए रुपयों से रोशनाबाद हरिद्वार में 01 मकान खरीदा। यहां रोजगार की तलाश के दौरान ममता पुलिस लाइन रोशनाबाद में तैनात एक दरोगा और एक अन्य व्यक्ति शहजाद के सम्पर्क में आयी।
दोनों ने उसे भरोसे में लेकर प्रॉपर्टी बेचने के लिए उकसाते हुए ये आश्वासन दिया कि वो उसकी देखभाल के साथ-साथ पूरा खयाल रखेंगे। इस बात पर भरोसा कर महिला ने रोशनाबाद स्थित अपने मकान का सौदा 20 लाख रुपए में तय कर मकान बेच दिया जिसमें से 01 लाख रुपए की पेमेंट होनी बाकी थी। बड़ी नगदी हासिल करने का लालच और ऊपर से दृष्टिहीन महिला के परिजनों का डर न होने के चलते दोनों हत्यारोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ महिला और उसके बेटे को रास्ते से हटाकर पूरी रकम ऐंठने का प्लान बना दिया और सही मौके का इंतजार करने लगे।
09 फरवरी— 2024 को प्लान के मुताबिक हत्यारोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए वह वक्त चुना जब महिला अपने मकान का कब्जा नए मकानमालिक को देकर बचे हुए 01 लाख रुपये भी ले चुकी थी। योजना के मुताबिक मां-बेटे को अपने बुलाए गए ऑल्टो कार में बैठाकर ले जाया गया और मौका मिलते ही गला घोंटकर दोनों की हत्या कर दी गई। इसके बाद प्रकरण को बड़ी सनसनी बनने से रोकने के लिए दोनो शवों को अलग-अलग स्थानों पर लावारिस हालत में फेंक दिया गया।
पुलिस टीम ने बंटवारे में आयी रकम से खरीदी गई ऑल्टो कार बरामद करने के पश्चात अब हिस्से में आए शेष नगदी एवं अन्य सामान की रिकवरी के लिए विभिन्न तरीकों से प्रयास कर रही है।
पकड़े गए हत्यारोपियों का विवऱण
— शहजाद पुत्र शऱाफत निवासी- ग्राम अकबरपुर झौझा थाना झबरेडा जिला हरिद्वार।
— विनोद उर्फ काला पुत्र अमर सिंह निवासी सराय ज्वालापुर।
— छुन्ना सिंह पुत्र भोलानाथ निवासी- ग्राम राठा पोस्ट मसूदपुर थाना अछला जिला औरेया उत्तर प्रदेश व हाल निवासी-हनुमान नगर गली नं0-02 थाना ऐत्माददौला आगरा जनपद आगरा उत्तर प्रदेश।
पुलिस टीम में इनका रहा सहयोग
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण स्वप्न किशोर सिंह, सीओ मंगलौर विवेक कुमार, थानाध्यक्ष झबरेडा अंकुर शर्मा, एसआई नीरज रावत (चौकी प्रभारी लखनौता), रविन्द्र कुमार, हेड कांस्टेबल रामवीर सिंह, विकास, रणवीर सिंह
एसओजी रूडकी टीम में यह रहे शामिल
एसओजी प्रभारी रूडकी निरीक्षक रविन्द्र शाह, एसआई रमेश सैनी, कांस्टेबल अशोक, रविन्द्र खत्री, राहुल, नितिन, महिपाल का सहयोग रहा।

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