जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
कारोना से पीड़ित होने के मामले सामने आने लगे हैं। टूरिस्ट स्थलों के साथ धार्मिक स्थलों पर अलग—अलग स्थानों से आने वालों के कारण विषम परिस्थितियां हो सकती है। उत्तराखंड में दो मरीजों के मामले सामने आ चुके हैं, तो उत्तर प्रदेश के आगरा में कोरोना संक्रमित मरीज की माैत हो गई। कूल्हे की सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती हुए मरीज ने एसएन मेडिकल काॅलेज में इलाज के दाैरान दम तोड़ दिया। अब हर किसी को सावधानी बरतने की जरूरत है। एम्स ऋषिकेश प्रबंधन ने तो बिना मास्क के प्रवेश ही वर्जित कर दिया है। साथ ही बिना जांच के भर्ती भी नहीं किए जा रहे हैं।
आगरा में फिरोजाबाद के कोरोना संक्रमित मरीज की माैत हो गई। वह हाईवे स्थित निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे, जहां तबीयत बिगड़ने पर उनकी जांच कराई गई। रिपोर्ट पाॅजिटिव आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। मरीज ने एसएन मेडिकल काॅलेज में दम तोड़ दिया।
फिरोजाबाद निवासी 78 साल के मुसाफिर राम कूल्हे के ऑपरेशन कराने के लिए सिकंदरा स्थित निजी अस्पताल में 24 मई को भर्ती हुए थे। 15 दिन से उन्हें बुखार और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
इस पर अस्पताल प्रशासन ने 25 को निजी लैब में आरटीपीसीआर जांच कराई। 26 मई को मरीज की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। मरीज को देर रात एसएन मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया। एसएन में इलाज के दाैरान मंगलवार को उनकी माैत हो गई।
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर प्रशांत गुप्ता ने बताया कि मुसाफिर राम नामक मरीज कल देर रात इमरजेंसी में भर्ती हुए थे। इनके सिर में खून का थक्का जमा था, सीओपीडी समेत कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे थे। गंभीर हालत में आए थे। इनके साथ कोरोना पॉजिटिव की कोई रिपोर्ट संलग्न नहीं थी। इनको संदिग्ध मानते हुए इमरजेंसी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था ,जहां मंगलवार की सुबह करीब सात बजे इनकी मौत हो गई है। सीएमओ प्रभारी डॉ. अमित रावत का कहना है कि फिरोजाबाद के मरीज की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने बताया कि मृतक कोरोना संक्रमित था। हृदय रोगी था। कूल्हा प्रत्यारोपण के लिए आगरा में भर्ती हुआ था। मृत्यु की सूचना मिली है।
