हेड कांस्टेबल मोहम्मद उमर — फाइल फोटो

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हेड कांस्टेबल ने सरकारी आवास में खुद को सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना से थाने में हड़कंप मच गया। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। अमरोहा जिले के रहने वाले उमर दो दिन पहले ही अवकाश से लौटे थे।
रामपुर के थाना गंज में तैनात हेड कांस्टेबल मोहम्मद उमर (40) ने खुद को कमरे में बंद कर पिस्टल से गोली मार ली। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर थाने में मौजूद पुलिसकर्मी मौके की तरफ दौड़े। किसी तरह कमरे का दरवाजा खुलवाया तो उमर का शव लहूलुहान अवस्था में पड़ा था। घटना के बाद खलबली मच गई।
आनन-फानन में घटना की जानकारी आला अफसरों को दी गई। अफसर भी मौके पर पहुंच रहे हैं। उमर अमरोहा के जोया थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। अमरोहा के जोया थाना क्षेत्र निवासी मोहम्मद उमर बृहस्पतिवार की सुबह डयूटी पर तैनात थे। दोपहर करीब 11 बजे वह थाने में ही स्थित अपने कमरे पर चले गए।
इस बीच थाना प्रभारी ने उनको बुलाने के लिए पुलिसकर्मियों को भेजा तो वह दफ्तर में नहीं थे। इसके बाद पुलिसकर्मी उनके सरकारी आवास पहुंचे। कर्मियों ने दरवाजा खोला तो वह बिस्तर पर वर्दी में लहूलुहान पड़े हुए थे। उनकी कनपटी से खून निकल रहा था। यह नजारा देखकर पुलिसकर्मी सकते में आ गए।
आनन-फानन में मामले की सूचना थानाध्यक्ष को दी गई। सूचना पाकर वह भी हेड कांस्टेबल के सरकारी आवास पर पहुंच गए। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस के आला अफसरों को दी गई। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। उमर 2011 में पुलिस में भर्ती हुए थे।
गंज थानाध्यक्ष पवन शर्मा ने बताया कि वह दो दिन पहले ही अवकाश से वापस लौटे थे। आत्महत्या के पीछे क्या वजह है इसकी जानकारी की जा रही है। परिजनों को सूचना दे दी गई है।

हेड कांस्टेबल मोहम्मद उमर — फाइल फोटो

आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं
आनन-फानन में मामले की सूचना थानाध्यक्ष को दी गई। सूचना पाकर वह भी हेड कॉन्स्टेबल के सरकारी आवास पर पहुंच गए। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस के आला अफसरों को दी गई। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। उमर 2011 में पुलिस में भर्ती हुए थे। पिछले 6 साल से रामपुर में थे। पीडब्लूडी कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे।
उनके तीन बच्चे हैं। वह थाना गंज में हेड मुहर्रिर के पद पर तैनात थे। मृतक की पत्नी मौके पर पहुंची हैं। पिछले 6 साल से रामपुर में अलग अलग थानों में तैनाती थी। डेढ़ साल पहले हुए हेड मुहर्रिर हुए थे।
तीन दिन पहले छुट्टी पर गए थे घर मोहम्मद उमर के परिवार में पिता मोहम्मद इदा व तीन भाई है। बड़ा भाई अल्हाबख्श गाजियाबाद स्थित सीएमओ ऑफिस में बाबू के पद पर तैनात है, जबकि दो छोटे भाई मोहम्मद असलम व मोहम्मद नबाब घर के खेती व एक लकड़ी की टाल चलाते है। पत्नी का नामा फात्मा है।
मृतक के पड़ोसी से मिली जानकारी में बताया- मोहम्मद उमर अभी तीन दिन पहले ही छुट्टी खत्म होने के बाद ड्यूटी पर गया था। उसकी तबीयत ठीक नहीं थी। परिजनों ने उसको निजी अस्पताल में चेकअप भी कराए थे।

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