जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। खन्नानगर वार्ड की न्यू हरिद्वार कॉलोनी में प्रेमनगर आश्रम के नजदीक के रास्ते को बंद किए जाने से पूरी कॉलोनी के करीब 400 परिवार परेशान हो उठे हैं, कई परिवारों की तो आजीविका ठप हो गई है और वे भूखे मरने के कगार पर पहुंच गए हैं। गेट खुलवाने के लिए स्थानीय निवासी सरकार के दरबार में मामले को ले गए हैं, लेकिन लंबे समय से आश्वासन मिल रहा है। गेट से खुलने से अनेक परिवार मानसिक उत्पीड़न झेल रहे हैं। यदि जल्द ही गेट खुलने का समाधान नहीं निकला तो मजबूरन लोग पलायन करने को मजबूर होंगे, सबसे बड़ी बात यह है कि कॉलोनी के हाकम चुप्पी साधे हुए हैं। मामले मे एसडीएम अजयवीर सिंह का कहना है कि प्रशासनिक टीम निरीक्षण कर चुकी हैं, गेट संबंधी अनुमति के संदर्भ में नगर निगम से संपर्क किया जा रहा है, रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।
खन्नानगर नाम लेते ही कई नाम दिमाग के उतरने लगते हैं। इसी वार्ड की एक मोहल्ले में दो खेमे हो गए हैं। जिनमें से एक बाहुबली खेमे ने मैन मार्ग से कॉलोनी के रास्ते पर गेट लगाकर एक अलमारी टाइप रास्ता पैदल निकलने वालों के लिए खोल दिया हैं। ऐसे में कार तो क्या टूव्हीलर वाले भी कॉलोनी निवासी अपने घर में नहीं जा सकते हैं। वे लोग अपना वाहन किसके भरोसे रास्ते में छोड़कर जाएं।
राम बाबू बंसल के साथ बदतमीजी कर चुके हैं, वह इतने उत्पीड़ित है कि आत्महत्या करने को मजबूर है, रास्ता बंद होने से उनका कारोबार भी ठप हो गया हैं, वे भूखे मरने को मजबूर हो रहे हैं।
दुध विक्रेता का कहना है कि उनकी आजिवीका का साधन दुकान ही है, लेकिन अब कोई ग्राहक नहीं आता, ऐसे में पूरा परिवार परेशान है।
कॉलोनी में एक डांसर क्लासेज चलानी वाली संचालिका का कहना है कि अब बच्चों ने आना बंद कर दिया है।
कॉलोनी में यदि आगजनी या चोरी के साथ किसी प्रकार की दुर्घटना हो जाए तो ऐसे में कोई वाहन या मददगार नहीं पहुंच पाते है।
कॉलोनी में करीब 400 परिवार निवासरत है। अब रास्ता न होने से सब्जी विक्रेता तक नहीं आते है। किसी प्रकार का मैकेनिक भी कॉलोनी में आने से दूरी बनाए हुए हैं।
मामले की शिकायत स्थानीय कॉलोनी निवासी एसडीएम और नगर निगम में कर चुके हैं। उच्च अधिकारियों के आदेश पर तहसीलदार और नगर निगम के अधिकारी निरीक्षण कर चुके हैं, लेकिन चंद लोगों के इशारे पर कॉलोनी के गेट को खुलने नहीं दे रहे हैं।

भाजपा के मंडल महामंत्री सचिन बेनीवाल का कहना है कि रास्ता रोकना समाधान नहीं है। कॉलोनी के समस्त निवासियों को कोई भी निर्णय लेने से पहले आपस में राय मशविरा कर लेना चाहिए। ताकि भविष्य में इस प्रकार की किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न हो जैसे कि कुछ लोग गेट हटाने के पक्ष में आ गए है और कुछ लोग लगवाने में पक्ष में है। यदि गेट लगाया जाता है तो उसमें से टूव्हीलर वाहन निकलने के लिए व्यवस्थाा रखनी चाहिए। साथ ही गेट पर सुरक्षा कर्मी भी नियुक्त करने की व्यवस्था करनी चाहिए।
कुछ लोग नहीं खुलने दे रहे गेट
कॉलोनी में रहने वाले कुछ लोग ऐसे है कि जोकि कॉलोनी के गेट को खुलने नहीं दे रहे हैं। सूत्रों की माने तो सुभाष जांघर, मनीष धीमान आदि कई ऐसे व्यक्ति है जोकि मनमर्जी पर उतरे हुए है और गेट को खुलने नहीं दे रहे हैं। कुछ लोग तो एक दूसरे को धमकी भी देकर चुप करा रहे हैं। बताया जा रहा है कि एक परिवार से तो कॉलोनी के निवासी दहशत में है।