जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
उत्तराखंड प्रदेश के चमोली के जिलाधिकारी पर अभद्रता करने का आरोप लगा है, उनके खिलाफ प्रदेश के सभी जिला आबकारी अधिकारी लामबंद हो गए है। जिला आबकारी अधिकारियों ने तीन अप्रैल को देहरादून में जमा होकर प्रमुख सचिव और आबकारी आयुक्त को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर समाधान नहीं निकाला गया तो राज्य भर में आबकारी अधिकारी और कर्मचारी कार्य बहिष्कार करेंगे।
चमोली के जिलाधिकारी डॉ.संदीप तिवारी पर जिला आबकारी अधिकारी दुर्गेश्वर कुमार त्रिपाठी के साथ बार-बार अभद्र व्यवहार करने का आरोप है। इसके विरोध में राज्य भर के जिला आबकारी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।
इस मामले में राज्य के सभी जिला आबकारी अधिकारियों ने तीन अप्रैल को देहरादून में जमा होकर प्रमुख सचिव और आबकारी आयुक्त को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर समाधान नहीं निकाला गया तो राज्य भर में आबकारी अधिकारी और कर्मचारी कार्य बहिष्कार करेंगे।
चमोली के जिला आबकारी अधिकारी त्रिपाठी ने एक पत्र के जरिये आरोप लगाया है कि जिलाधिकारी उनके साथ लगातार गाली-गलौज और अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। आरोप लगाया कि बीती 18 मार्च को जिलाधिकारी ने उनके साथ अमर्यादित व्यवहार किया, जिसके बाद उन्होंने प्रमुख सचिव से अपने स्थानांतरण का अनुरोध किया था। फिर 31 मार्च को भी जिलाधिकारी ने उन्हें कार्यालय में बुलाकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया और करियर को बर्बाद करने की धमकी दी।
अमर्यादित और अपमानजनक भाषा के प्रयोग
त्रिपाठी का कहना है कि वह पूरे घटनाक्रम से मानसिक रूप से व्यथित हैं। इस मामले पर राज्य भर के आबकारी अधिकारी और कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। सोशल मीडिया पर मैसेज प्रसारित हो रहे हैं कि यह बर्ताव सिर्फ चमोली में ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य जिलों में भी हो रहा है।
हम चमोली के जिला आबकारी अधिकारी के साथ अमर्यादित और अपमानजनक भाषा के प्रयोग की निंदा करते हैं। इस सिलसिले में तीन अप्रैल को देहरादून में बैठक होगी, अगर समाधान नहीं निकला तो कार्य बहिष्कार का निर्णय लेंगे। कार्य बहिष्कार में सभी जिला आबकारी अधिकारी, निरीक्षक व कर्मचारी शामिल होंगे। – एन आर जोशी, अध्यक्ष, जिला आबकारी अधिकारी एसोसिएशन
निलंबन की सिफारिश प्रमुख सचिव को भेजी : डीएम
जनपद की दो अंग्रेजी शराब की दुकानों से निर्धारित राजस्व से कम राजस्व प्राप्त हुआ है, जिस पर जिला आबकारी अधिकारी से जवाब मांगा गया। आबकारी अधिकारी ने रिपोर्ट सीधे आबकारी आयुक्त को भेज दी। इस पर पूछे जाने पर सही ढंग से जवाब नहीं दिया। मंगलवार को जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय से गायब मिले। कार्यालय के दो बाबुओं के फोन स्विच ऑफ पाए गए। जिला आबकारी अधिकारी के निलंबन की सिफारिश प्रमुख सचिव को भेज दी गई है। इस मामले में मुख्यमंत्री से भी बात की है। -डॉ.संदीप तिवारी, डीएम, चमोली
