जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
न्याय दिलाने वाले महकमें के दारोगा ने पीड़ित से रुपये की मांग की। परेशान पीडित ने उसे सबक सिखाने के लिए एंटी करप्शन टीम का सहयोग लेकर दारोगा को टेप करा दिया। वाराणसी मंडल के एंटी करप्शन की टीम ने रेवतीपुर थाने में तैनात दारोगा लल्लन यादव को दस हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। इससे पूरे पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई। एंटी करप्शन टीम ने दारोगा लल्लन यादव के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए उसे अपने साथ वाराणसी ले गई, जहां न्यायालय में पेश करने के साथ ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रेवतीपुर थाना कल्याणपुर निवासी नंदलाल यादव की 28 फरवरी को उसके पट्टीदार रामबचन यादव के साथ मारपीट हुई थी। इस संबंध में मुकदमा पंजीकृत कराने के लिए नंदलाल ने सात मार्च को न्यायालय में बीएनएस 175 (3) के तहत प्रार्थना पत्र दिया था। इसी प्रार्थना पत्र पर रेवतीपुर थाने को आख्या प्रस्तुत करना था। इसी को लेकर थाने में तैनात दारोगा लल्लन यादव नंदलाल से रुपये की डिमांड कर रहा था। वह बार-बार पीड़ित को परेशान भी करता था।
पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से की शिकायत
पीड़ित नंदलाल दारोगा की हरकतों से एकदम परेशान हो गया और उसने इसकी शिकायत वाराणसी मंडल के एंटी करप्शन टीम से की। एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद वह टीम के साथ सोमवार को जिले में पहुंच गए। दारोगा ने पहले नंदलाल को रेवतीपुर के लिट्टी चोखा ढाबे पर बुलाया। इसके बाद थोड़ी दूरी पर रेवतीपुर थाने के पीछे बुलाया। यहां दारोगा ने शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग की।
नंदलाल से दारोगा ने जैसे दस हजार रुपये रिश्वत लिया, एंटी करप्शन की टीम दारोगा को रंगे हाथों दबोच लिया। इसके बाद उसे तुरंत अपनी गाड़ी में बैठाकर शहर कोतवाली लेकर आए। कोतवाली में उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया गया। यहां से एंटी करप्शन की टीम दाराेगा को अपने साथ वाराणसी लेकर चली गई। एंटी करप्शन की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में पूरे दिन खलबली मची रही।
सिपाही से वर्ष 2024 में बना था उपनिरीक्षक
एंटी करप्शन के प्रभारी निरीक्षक नीरज सिंह ने बताया कि आरोपित दारोगा देवरिया जनपद के खुखुंदू थाना के बतरौली पांडेय गांव का रहने वाला है। वर्ष 1991 में सिपाही के पद पर इसकी नियुक्ति हुई थी। वर्ष 2024 में उपनिरीक्षक के पद पर पदोन्नति हुई और जुलाई 2024 से ही रेवतीपुर थाने पर तैनात था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *