जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। लोकसभा चुनाव का विगुल बज चुका है, भाजपा की 195 प्रत्याशियों की प्रथम सूची जारी हो चुकी है, लेकिन विपक्षी पार्टियां, बसपा, सपा, कांग्रेस के कार्यालयों में प्रत्याशी तय करने को लेकर चर्चा तक नहीं है। उनके नेताओं की भी निगाह शेष प्रत्याशी घोषित होने पर लगी हुई है। राजनीति में कुछ ऐसे भी लोग है, जिनका हरिद्वार लोकसभा सीट से कोई वास्ता या नाम कहीं भी नहीं है, उनकी चर्चा कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड की तीन सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए है। अभी पौड़ी और हरिद्वार लोकसभा सीट के प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। हरिद्वार सीट सबसे हॉट सीट होने के चलते हुए प्रत्याशी घोषित न होने पर सभी की जिज्ञासा है कि किसे सिंबल मिलेगा। सत्ताधारी पार्टी के प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही अन्य राजनैतिक दल अपने प्रत्याशी घोषित करेंगे। लेकिन बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस जैसी पार्टी के नेता चर्चा तक नहीं रहे हैं कि उनकी पार्टियों से कौन प्रत्याशी होगा। लेकिन सबसे बड़ी हैरत की बात ये है कि वे भी भाजपा के प्रत्याशी होने की चर्चा कर रहे हैं कि कौन प्रत्याशी होगा। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग है कि जिन्होंने हरिद्वार लोकसभा सीट के लिए आवेदन तक नहीं किया या उनका दूर—दूर तक वास्ता नहीं है, ऐसे नेताओं के नाम भी चलाकर चर्चाओं में आने का काम कर रहे हैं।
भाजपा के पदाधिकारियों की माने तो हरिद्वार से केवल तीन नामों पर चर्चा चल रही हैं, जिनमें सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम है। इनमें से ही भाजपा का हरिद्वार लोकसभा से प्रत्याशी घोषित होगा। चर्चा यह भी आ रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रत्याशी की दौड़ से बाहर हो गए हैं।
