जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। गंगा नहर की बंदी के दौरान खजाना ढूंढ रहे लोगों को दलाल लूट रहे हैं। उनके सोने को 2000 से 3000 प्रति ग्राम खरीद रहे है तो तोल में कटौती कर रहे हैं। यहां तक की सोने को पीतल बताकर 100 या 200 रुपये में ले रहे हैं। सिक्के भी 100 के बदले में 70 ही दे रहे हैं। इससे भी घातक तो ये है नशा तस्कर भी हरकी पैड़ी पर सक्रिय हो गए हैं।
गंगा नहर का पानी मंगलवार की रात करीब 10 बजे ही बंद कर दिया गया। पानी बंद होते ही हरकी पैड़ी जल विहीन हो गई। लेकिन इस गंगा बंदी के दौरान हजारों की तादाद में महिला, पुरुष, युवा, बच्चे सिक्के, सोने, चांदी या अन्य कीमती सामान को ढूंढने के लिए उतर जाते हैं। ये लोग बिजनौर, मुजफफरनगर, सहारनपुर, बिजनौर के साथ आसपास के लोग आते हैं। अब जैसे ही गंगा नहर का पानी बंद हुआ तो ये सभी गंगा में खजाना ढूंढने के लिए उतर गए। कुछ को महंगे सामान भी मिलते रहे तो कुछ को सिक्कों से ही संतोष करना पड़ता रहा।
लेकिन जैसे ही इन्हें सोना चांदी के साथ अन्य सामान मिलना शुरू हुआ तो खरीददार भी पहुंच गए। खरीददार इस मौके का खूब फायदा उठा रहे हैं। वे सोने का भाव उन्हें 3000 रुपये ग्राम बता रहे हैं तो पुराना सोना बताकर कटौती के नाम पर 2000 रुपये प्रति ग्राम खरीद रहे है, उसमें भी तोल कम कर रहे है। यानि 100 रुपये का सामान 20 रुपये में खरीद रहे हैं। सिक्कों में भी कटौती कर रहे हैं, 100 सिक्कों के बदले में 70 रूपये ही दे रहे हैं।

नशा तस्कर भी पहुंच गए सामान लेकर
हरकी पैड़ी पर जैसे ही कमाई शुरू हुई तो नशा तस्कर भी नशीले पदार्थ बेचने के लिए पहुंच गए। जगह—जगह शराब के पव्वे और सूखा नशा बेचने लगे।