पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष में भीषण आग की चपेट में आने वाले शिशुओं की मौत सत्तर से अस्सी फीसदी तक झुलस जाने की वजह से हुई।
झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड में मासूमों ने कितनी पीड़ा सही होगी, इसका अंदाजा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लगाया जा सकता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष में भीषण आग की चपेट में आने वाले शिशुओं की मौत सत्तर से अस्सी फीसदी तक झुलस जाने की वजह से हुई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, सभी नवजात बुरी तरह झुलस गए थे। शरीर एकदम काला पड़ गया था, इस वजह से झुलसने के चंद मिनट के भीतर ही मासूमों ने दम तोड़ दिया। शनिवार को सभी दस मृत नवजातों का पोस्टमार्टम कराया गया। दो-दो डॉक्टरों की तीन टीम ने शवों का पोस्टमार्टम किया।
शिनाख्त होने की वजह से शुरुआत में सिर्फ सात नवजात ही पोस्टमार्टम को भेजे गए, जबकि तीन की शिनाख्त न होने से उनके पोस्टमार्टम में पेंच फंस गया था। हालांकि बाद में पहचान होने पर पोस्टमार्टम कराया दिया गया। पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस सुरक्षा के साथ परिजनों को उनके निवास को रवाना किया गया।