जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। सिखों के प्रथम गुरू गुरू नानक सिंह देव के जयंती के उपलक्ष्य में हरिद्वार के गुरूद्वारों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की ओर से निकाली गए नगर कीर्तन का जगह—जगह भव्य स्वागत किया गया। भगत सिंह चौक पर भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री हरजीत सिंह ने साथियों के साथ नगर कीर्तन पर फूलों वर्षा कर स्वागत किया।
भगत सिंह चौक पर गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे लालतारौ पुल व सेक्टर— 2 गुरुद्वारा संयुक्त रूप द्वारा आयोजित नगर कीर्तन में फूल वह माला द्वारा प्रदेश महामंत्री हरजीत सिंह ने स्वागत किया 19 नवम्बर को आयोजित होने जा रहे गुरु नानक देव जी के जन्मदिवस से पहले सिख समुदाय द्वारा बड़े हर्ष और उल्लास के साथ पूरे शहर में नगर कीर्तन वह प्रभात फेरी निकाली जाती है जिसके उपलक्ष्य में आज शिवालिक नगर से सेक्टर 2 होते हुए लालतारौ पुल स्थित गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में समापन हुआ।
भाजयुमो प्रदेश महामंत्री हरजीत सिंह ने बताया कि गुरु नानक देवजी का प्रकाश पर्व सिख समुदाय का सबसे बड़ा पर्व है। सिखों के पहले गुरु नानक देव जी की जयंती देशभर में प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है। यह पर्व समाज के हर व्यक्ति को साथ में रहने, खाने और मेहनत से कमाई करने का संदेश देता है।
सिखों के प्रथम गुरु, गुरु नानक देव जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में विशाल नगर कीर्तन निकाला जाता है। इस दौरान पंज (पांच) प्यारे नगर कीर्तन की अगुवाई करते हैं। श्री गुरुग्रंथ साहिब को फूलों की पालकी से सजे वाहन पर सुशोभित करके कीर्तन विभिन्न जगहों से होता हुआ गुरुद्वारे पहुंचता है। प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य में प्रभातफेरी निकाली जाती है जिसमें भारी संख्या में संगतें भाग लेती हैं। प्रभातफेरी के दौरान कीर्तनी जत्थे कीर्तन कर संगत को निहाल करते हैं।
इस अवसर पर गुरुद्वारे के सेवादार संगत को गुरु नानक देवजी के बताए रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। कहते हैं कि श्री गुरु नानक देव महाराज महान युगपुरुष थे। नानक देव जी ने अपना पूरा जीवन समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में समर्पित कर दिया। ऐसे महान युगपुरुष की आज के समय में बहुत जरूरत है। यह नगर कीर्तन में मुख्य रूप से नगर कीर्तन को देख लालतारौ पुल गुरुद्वारा अध्यक्ष मनमोहन सिंह, सेक्रेटरी हरमोहन सिंह तनेजा, रिंपल सिंह, BHEL सेक्टर 2 गुरुद्वारा अध्यक्ष सुखदेव सिंह, सेक्रेटरी बलवीर सिंह मल्होत्रा, उपाध्यक्ष जवाल सिंह सेठी, हरभजन सिंह, जसविंदर सिंह, विक्रम सिंह सिद्धू, दलजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, रॉबिन सिंह, गुरजीत सिंह, हर्षवर्धन सिंह, रुपिंदर सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।