जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरिद्वार जनपद के गांव लिब्बरहेडी में भाभी ने अपने देवर की हत्या गला दबाकर कर दी। शक न हो उसने शव को जलाने का प्रयास भी किया। ताउ की हत्या होने पर भतीजे ने अपनी मां को बचाने के लिए प्रयास शुरू किए। घर में मौजूद मृतक की मां यानि सास को महिला अलग—अलग कहानी बताती रही। लेकिन दारोगा भांजी ने पुलिस को मामा की हत्या होने की सूचना दी। हत्यारोपी मां बेटा अपनी ही कहानी में उलझ गए और पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया। मामले की जिसे भी जानकारी हुई सभी हैरान हो गए।
घटना 21 मई—2022 की रात को हुई और पुलिस को सूचना अगले दिन 22 मई को सुबह 07.13 बजे पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली मंगलौर राजीव रौथाण को मृतक की भांजी ने अपने मामा की हत्या होने के बारे में दी। सूचना मिली कि उसके मामा पिंकू दो दिन पहले ग्राम लिब्बरहेडी में अपनी पुस्तैनी मकान पर आये थे रात्रि में जिन्हे कुछ लोगो ने जलाकर मार दिया है।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को मृतक पिंकु पुत्र स्वर्गीय मांगेराम का शव अधजली अवस्था में घर के अहाते में रखा था। मौके पर पुलिस टीम एवं फॉरेन्सिक यूनिट की टीम द्वारा मौजूद भौतिक साक्ष्य मृतक के अधजले कपडे, अधजला फर्स, शराब का खाली पव्वा एवं ढक्कन, शराब के पव्वे के कांच के टुकडे, बियर की खाली केन, बीडी/माचिस के अधजले टुकडे, शरीर के अधजले बाल/खाल वाली मिट्टी, सीमेन्ट के टुकडे तथा अन्य संदिग्ध सामान कब्जे में लिया गया। तथा घटनास्थल की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी की गई। जांच एसआई मनोज कठैत को सौंपी गई।
मौके पर यह प्रकाश में आया कि मृतक दो दिन पूर्व अपनी माता श्रीमति जगवती के साथ ग्राम लिब्बरहेडी में रहने आया था। वह अपनी माता के साथ मुजफ्फरनगर में किराए में रह रहा था। दिनांक 21/22 की रात्रि में मृतक नशे में घर की छत पर सो गया था, घर में मृतक की माता, भाभी श्रीमति सुषमा, सुषमा का पुत्र अमित व अमित की पत्नि/बच्चे रात को थे। वरिष्ठ एसआई रफत अली एवं एसआई मनोज गैरोला के द्वारा मृतक के परिजनों उसकी माता, भाभी, अमित व अमित की पत्नि से अलग अलग पूछताछ की गय़ी तो मृतक की भाभी सुषमा तथा भतीजे अमित ने बताया कि रात्रि करीब 11.00 बजे अमित ने घर की छत पर जाकर खाना खाने हेतु मृतक को बुलाया तो मृतक का शव अधजली अवस्था में छत की फर्स पर पडा था उनके द्वारा न तो 108/ पुलिस को सूचना दी और न ही गांव में किसी भी ब्यक्ति को बताया।
पूछताछ पर दोनों ने यह बताया कि पहले रात्रि करीब 11.00 बजे श्रीमति सुषमा गांव के किसी एक डॉक्टर के पास गयी जिसकी दुकान बन्द थी तथा पुनः प्रातः 4.00 / 04.30 बजे उसी डॉक्टर के पास गयी तो डॉक्टर ने बर्न केस होने के कारण मना कर दिया जब डॉक्टर से इस सम्बन्ध में पूछा गया तो उसके द्वारा बताया कि उसका क्लीनिक रात्रि 12.00 बजे तक खुला था रात में सुषमा उसके पास इलाज करवाने हेतु नहीं आयी थी।
इसके अतिरिक्त दोनों अभियुक्तगणों ने यह भी बताया था कि मृतक की मृत्यु प्रातः करीब 04.00 बजे हुई थी जब कि शव के पंचायतनामे की कार्यवाही के दौरान पाया था कि मृतक के शरीर में पूरी तरह से अकडन आ गयी थी जोकि मृत्यु होने से 09 से 10 घण्टे में आती है ।
मृतक की माता जगवती देवी द्वारा अपने पुत्र की हत्या सुषमा, अमित व अंकित के द्वारा किए जाने के सम्बन्ध में दिनांक 22.05.2022 को ही थाने पर एक तहरीर दी गयी जिसके सम्बन्ध में कोतवाली मंगलौर पर मु0अ0सं0 501/2022 धारा 302 आईपीसी दर्ज किया गय़ा ।
मृतक की पीएम रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि मृतक के गले की हड्डी टूटी हुई है जिससे कि उसकी मृत्यु हुई है। तथा मृत्यु के समय में भी नामजद एफआईआर के बताये अनुसार काफी भिन्नता है।
नामजद एफआईआर सुषमा व अमित के विरूद्ध उपरोक्त साक्ष्यों के अतिरिक्त अन्य साक्ष्य भी पाये जाने के कारण कल रात्रि में दोनो अभियुक्तगणों को कोतवाली मंगलौर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्तगण ने पूछताछ पर बताया कि 21 मई— 2022 की रात्रि करीब 09.00 बजे मृतक पिंकू शराब के नशे में घर आया था तथा घर की छत पर चला गया और अपने साथ लाये शराब के पव्वे/बियर पीता रहा तथा उन्हें व उनके बच्चों को मां बहन की गन्दी गन्दी गालियां देने लगा जब काफी देर तक वह चुप नही हुआ तब गुस्से में अभि0 सुषमा छत पर गई तथा उसे समझाने लगी इस पर दोनों में हाथापाई होने लगी तो अभि0 सुषमा ने मृतक के थप्पड मार दिया जिससे कि वह नीचे गिर गया। गुस्से में अभि0 सुषमा ने अपने पैर से मृतक का गला दबा दिया नशे में होने के कारण वह विरोध नहीं कर पाया और मर गया। हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिये अभि0 सुषमा ने माचिस से मृतक के कपडों में आग लगा दी यह पूरी घटना उसके पुत्र अमित ने भी देख ली फिर दोनो ने मिलकर उक्त हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए सभी को यह बताया कि नशे की हालत में पिंकू खुद जलकर मर गया है। तथा इसके बाद सुबह 04.00 बजे के करीब अभि0 अमित पिंकू के शव को छत से उठाकर नीचे अहाते में ले आया एवं अभि0 सुषमा प्लानिंग के अनुसार डॉक्टर को बुलाने चली गई। चूंकि वादिया काफी वृद्ध है इसलिए दोनो अभियुक्तगण बार—बार वादिया के सामने यह बात करते रहे कि उसने अपने आग लगी दी है और बार बार पानी मांग रहा है। सुबह प्लानिंग के अनुसार दोनो ने वादिया को यह बताया कि उन्होने पिंकू को पानी पिलाया और पानी पीते ही वह मर गया। फिर दोनों ने प्लानिंग के अनुसार यही बात लोगों को बताई।
क्योंकि अभियुक्तगण द्वारा आपराधिक षडयन्त्र के तहत मृतक पिंकू की हत्या कर साक्ष्य छिपाने का अपराध कारित किया गया अतः अभियोग उपरोक्त में धारा 201, 120बी आईपीसी की बढोत्तरी की गई। अभियुक्तगणों को माननीय न्यायालय के समक्ष समय से पेश किया जा रहा है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण
01-श्रीमति सुषमा पत्नि सुभाष निवासी ग्राम लिब्बरहेडी थाना कोतवाली मंगलौर जनपद हरिद्वार उम्र 50 वर्ष।
02-अमित पुत्र सुभाष निवासी ग्राम लिब्बरहेडी थाना कोतवाली मंगलौर जनपद हरिद्वार उम्र 23 वर्ष।
पुलिस टीम में इनका रहा सहयोग
प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण, एसएसआई रफत अली, एसआई मनोज गैरोला, मनोज कठैत, कांस्टेबल रामवीर सिंह, अरविन्द कुमार, आशुतोष सिंह, अरविन्द सिंह, चालक दीपक नेगी का सहयोग रहा।
