जोगेंद्र मावी, ब्यूरो

हरिद्वार। हरिद्वार के जिलाधिकारी अब धीराज सिंह गबर्याल होंगे. एचआरडीए के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी इन्हीं दी गई है. अभी तक चार संभाल रहे विनय शंकर पांडे को हटा दिया गया है. उन्हें हटाने की मांग हरिद्वार की जनता लंबे समय से कर रही थी, क्योंकि जनता के बजाए नेताओं के ही दबाव में यह काम करते थे. अब हरिद्वार के एसडीएम की भी बारी है. बजरंग दल के प्रदेश संयोजक अनुज वालिया तो इनके कई कारनामों का खुलासा करने के चक्कर में लगे हुए थे. अनुज वालिया का कहना था कि इनके कार्यालय में एक बाबू तो दलालों का सबसे बड़ा सरगना था. धीराज सिंह बहुत ही मिलनसार और जनता के हित में काम करने वाले अधिकारी हैं. उनके लिए जनता हमेशा सर्वोपरि है.

सबसे बड़ी बात यह रही कि जनपद में पट्टे तो आवंटित थे लेकिन खनन की अनुमति किसी को नहीं थी, फिर भी पूरे जिले के स्टोन क्रेशरो का पहिया चलता रहा. और एचआरडीए की गतिविधियों का तो सभी को मालूम है, किस प्रकार कॉलोनाइजर ओं का शोषण किया गया. हरिद्वार शहर में लगाए गए गमलों का प्रकरण भी सभी को मालूम है. गमलों से कितनी हरियाली हुई, लेकिन घोटाला खूब हुआ.