कांग्रेस नेता राजीव चौधरी की पोस्ट

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए काम करने वाले पछताते हुए अफसोस करने लगे हैं। सबसे ज्यादा मेहनत करने वाले नेता और चुनावी झगड़ों में छाती लेकर आगे खड़े होने वाले राजीव चौधरी समेत कईयों ने अपनी भूल बताया है। राजीव चौधरी ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए अपना दुख जताया है तो कई लोगों ने उन पर निशाना साधते हुए लिखा है कि अजमाई को आजमाना बेवकूफ कहलाना, आदि के साथ कई सवाल भी उठाए हैं।
हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पुत्री अनुपमा रावत ने जीत दर्ज की। अनुपमा रावत के जीतने से चुनाव मैदान में काम करने वाले उत्साहित थे कि उनका सम्मान और कद पार्टी में बढ़ेगा। लेकिन विधायक बनते ही अनुपमा रावत चंद नेताओं के पास जाने लगी और चुनाव मैदान में रात दिन काम करने वालों को बधाई तक नहीं दी, बल्कि वे नेता ही अनुपमा रावत को फोन करते रहे, लेकिन उनका फोन तक रिसीव नहीं हुआ। श्यामपुर थाने में धरना प्रदर्शन किया तो कई नेताओं को अनुपमा रावत ने धमकाया तक। इसके बाद कई ऐसे मामले सामने आए जिनमें उन नेताओं को पूछा तक नहीं गया।
इन्हीं नेताओं में एक नाम राजीव चौधरी का भी था, जोकि रात दिन झगड़ों में शामिल रहा और जान जोखिम में डालकर चुनाव मैदान में उतरा, उसने दरकिनार किए जाने पर अपना दुख फेसबुक पर ब्यां किया है। उन्होंने लिखा है कि कुछ दिन पूर्व एक राजनीतिक भूल की जिसका मुझे अब बहुत अफसोस हो रहा है, ये लाइन लिखते ही समर्थकों ने अपनी पीड़ा और कटाक्ष ​करने शुरू कर दिए। एक ने लिखा कि अजमाई को आजमाना बेवकूफ कहलाना, इसका मतलब कई लोग तरह—तरह से निकाल रहे हैं।

कांग्रेस नेता राजीव चौधरी की पोस्ट पर कमेंट

मुस्लिम समुदाय की रिपोर्ट
हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा के मुस्लिम समाज ने एक तरफा वोट कांग्रेस को किया, लेकिन चुनाव जीतने के बाद विधायक किसी भी मुस्लिम गांव में नहीं गई। यहां तक जो कद्दावर नेता कांग्रेस में जी जान से लगे हुए हैं और चुनाव जीताने में अह्म भूमिका निभाई वे भी मन से आहत है।