कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने पूर्व विधायक अंबरीष कुमार के निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने श्मशान घाट पर पहुंचकर अंतिम विदाई देते हुए परिजनों को श्रद्धांजलि दी। स्वामी यतीश्वरानंद ने पूर्व विधायक अंबरीष कुमार के जीवन को यादगार बताते हुए उनके सिद्धांतवादी, स्वाभिमानी और समझौतावादी न होने के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि ऐसे विलक्षण छवि वाले नेता से सभी को प्रेरणा लेकर समाजसेवा के कार्य करने चाहिए।
21 जुलाई—2021 को हरिद्वार के पूर्व विधायक अंबरीष कुमार का बीमारी के चलते हुए निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार कनखल स्थि​त श्मशान घाट पर किया। उनके अंतिम संस्कार में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के गणमान्य लोगों के साथ भारी संख्या में लोग शामिल हुए। गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने उनके जीवन को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि भाई जी के नाम से विख्यात पूर्व विधायक अंबरीष कुमार हरिद्वार के साथ राजनीति के बेताज बादशाह थे। उन्होंने अपने लंबे राजनैतिक जीवन में हरिद्वार के राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक जीवन में अपनी अमिट छाप छोड़ी।
स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि पूर्व विधायक अंबरीष कुमार यदि समझौतावादी होते हुए राजनी​ति और सरकारों में उच्च पदों पर आसीन होते, लेकिन सिद्धांतवादी, दृ़ड चरित्र, स्वाभिमानी होना, समझौता वादी न होना और तुनक मिजाजी होने के कारण उन्हें राजनीति में वो स्थान नहीं मिल पाया जिसके वो हकदार थे। हालांकि इन गुणों के चलते हुए उन्हें अन्य राजनैतिक नेताओं की भीड़ से अलग पहचान मिली। राजनीतिक विचारधारा एक समान न होने के बजाय उनसे जुड़ी कई यादे है जो सदा उनके अविस्मरणीय व्यक्तित्व याद दिलाती रहेंगी। मैं सदैव उन का हदय से सम्मान करता रहा हूं और उन्होंने भी मुझे सदैव स्नेह और मान दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तित्व को भूल जाना असंभव है।